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लद्दाख में बर्फीले तूफान का कहर, 4 शव मिले, लापता 6 पर्यटकों की तलाश जारी

जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में आए बर्फीले तूफान में दस पर्यटक फंस गए थे। इन 10 में से चार लोगों के शव बरामद...
लद्दाख में बर्फीले तूफान का कहर, 4 शव मिले, लापता 6 पर्यटकों की तलाश जारी

जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में आए बर्फीले तूफान में दस पर्यटक फंस गए थे। इन 10 में से चार लोगों के शव बरामद किए गए हैं। वहीं, छह अन्य लोगों की तलाश जारी है। बर्फीले तूफान में फंसे होने की खबर मिलने के बाद से ही सेना और पुलिसबल रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं लेकिन माइनस 15 डिग्री सेल्सियस तापमान की वजह से ऑपरेशन में काफी मुश्किलें आ रही हैं। लद्दाख के खारदुंगला पास में बर्फीला तूफान आया है।

बताया जा रहा है कि इस हिमस्खलन की चपेट में आए दस पर्यटकों में से तीन का शव बरामद करने के बाद सात अन्य की तलाश तेजी से जारी है। वहीं, मौसम विभाग ने कश्मीर घाटी और हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिन में भारी बर्फबारी जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। सेना और पुलिस के जवान बर्फ में दबे लोगों को तलाश रहे हैं।

मौसम में बदलाव के कारण राहत व बचाव अभियान में दिक्कत

इस घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय सेना की टीम घटनास्थल पर पहुंची और राहत व बचाव अभियान शुरू किया। हालांकि मौसम में हो रहे पल-पल बदलाव की वजह से सेना को राहत और बचाव काम में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

लद्दाख के अलावा यहां भी बर्फीले तूफान का कहर

बर्फीले तूफान का कहर न सिर्फ लद्दाख में बल्कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी जारी है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे लद्दाख के खारदुंगला में बीच सड़क पर बर्फ का पहाड़ गिर गया, जिसकी चपेट में कई पर्यटक आ गए।

तापमान माइनस 15 से भी कम

खारदुंगला दर्रे पर यह दुनिया की सबसे ऊंची सड़क है, जहां तापमान माइनस 15 से भी कम है। बर्फ में कई पर्यटकों के दबे होने की बात कही जा रही है। इसके अलावा बर्फीले तूफान में भी कई लोग फंसे हुए हैं, जिनको बचाने की कोशिश जारी है।

पुंछ सेक्टर में हिमस्खलन में एक जवान शहीद हो गया था

इससे पहले 3 जनवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में हिमस्खलन में एक जवान शहीद हो गया था, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस घटना के समय ये दोनों जवान जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर के सब्जियान क्षेत्र में स्थित सेना की पोस्ट में तैनात थे।

यह हिमस्खलन 3 जनवरी को तड़के चार बजे हुआ था। इस दौरान लांस नायक सपन मेहरा भारत-पाकिस्तान सीमा पर एलओसी  के पास तैनात थे। वो हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले थे। इसके अलावा हिमस्खलन में जो जवान घायल हुआ है, उसकी पहचान पंजाब के हरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। 

भीषण ठंड के मौसम में जारी है चिल्लई कलांका दौर

कश्मीर घाटी में हिमस्खलन की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। पिछले साल तंगधार, माछिल जैसे इलाकों में हिमस्खलन और बर्फीले तूफान ने कई लोगों की जान ले ली थी। हिमस्खलन और बर्फीले तूफान में जान गंवाने वालों मे भारतीय सेना के जवान भी शामिल हैं। सर्दी के महीनों में कश्मीर घाटी में तापमान माइनस 10 से लेकर माइनस 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। यहां 40 दिनों तक चलने वाले भीषण ठंड के मौसम में ‘चिल्लई कलां’ का दौर जारी है, जो 31 जनवरी तक चलेगा। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 22 जनवरी को मूसलाधार बारिश और भीषण बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है।

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