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तो क्या माओ की तरह ताकतवर होंगे शी जिनपिंग?

चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की 19वीं कांग्रेस 18 अक्टूबर से शुरू होगी। पांच साल पर होने वाली यह...
तो क्या माओ की तरह ताकतवर होंगे शी जिनपिंग?

चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की 19वीं कांग्रेस 18 अक्टूबर से शुरू होगी। पांच साल पर होने वाली यह बैठक बंद कमरे में एक सप्ताह तक चलती है। इस बैठक पर पूरी दुनिया की नजर होती है, क्योंकि कांग्रेस के प्रतिनिधि ही राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चुनाव करते हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस कांग्रेस के बाद राष्ट्रपति शी जिनपिंग की शक्तियां पार्टी संस्‍थापक माओत्से तुंग के बराबर हो जाएंगी।

शी को बीते साल पार्टी ने कोर लीडर का दर्जा दिया था। माओ और उनके उत्तराधिकारी डेंग जियाओपिंग के बाद यह दर्जा पाने वाले वे पहले नेता हैं। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक केंद्रीय समिति की पूर्ण बैठक गुरुवार से शुरू हुई। कांग्रेस को लेकर शी ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से आखिरी दौर की चर्चा की। इस बैठक में बीते पांच साल में किए गए कार्यों  और सीपीसी के संविधान में महत्वपूर्ण संशोधन से जुड़े मसौदे पर चर्चा होगी। बैठक में केंद्रीय अनुशासन निरीक्षण आयोग की कार्य मसौदा रिपोर्ट भी पेश की जाएगी। शी के करीबी वांग किशान की अध्यक्षता वाला यह आयोग व्यापक भ्रष्टाचार निरोधक अभियान चला रहा है। आयोग की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक भ्रष्टाचार रोधी अभियान के तहत 13.4 लाख अधिकारियों को सजा दी गई है। इनमें 40 सेना के शीर्ष जनरल और 13 हजार सेना के अलग-अलग रैंकों के अधिकारी हैं।

कांग्रेस में 2287 प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसकी तैयारियों को लेकर राजधानी बीजिंग में पहले से ही सुरक्षा-व्यवस्‍था सख्त कर दी गई है। फिल्मों के प्रसारण पर रोक है। भारत, उत्तर कोरिया और म्यांमार से लगी सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। कांग्रेस के दौरान शी के पांच साल के दूसरे कार्यकाल पर मुहर लगाई जाएगी। पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी और केंद्रीय समिति के सदस्य चुने जाएंगे। हू जिंताओ के बाद 2012  में शी पार्टी महास‌चिव और राष्ट्रपति बने थे। अटकलें लगाई जा रही है कि कांग्रेस परंपरा से उलट शी के तीसरे कार्यकाल का रास्ता साफ करने वाले प्रस्ताव पर मुहर लगा सकती है।

निगाहें 69 साल के वांग पर भी हैं। चीन के दूसरे सबसे ताकतवर शख्स माने जाने वाले वांग को एक और कार्यकाल देने के प्रस्ताव को यदि कांग्रेस ने मंजूर कर लिया तो शी के तीसरे कार्यकाल की राह में कोई बाधा नहीं होगी। असल में, कम्युनिस्ट पार्टी के नियमों के मुताबिक 68 साल की उम्र में पार्टी नेता रिटायर हो जाते हैं। अगले कांग्रेस के वक्त शी की आयु भी 69 साल होगी। यदि पार्टी संविधान में संशोधन कर इस नियम को बदल दिया गया तो सात सदस्यीय पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी में भी ज्यादा फेरबदल नहीं होगा। मौजूदा स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों में से शी और प्रधानमंत्री ली केकियांग ही 68 साल से कम उम्र के हैं। यदि कांग्रेस ने उम्र से जुड़े संशोधन को मंजूरी नहीं दी तो स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव चीन के भविष्य के नेता का संकेत देगा। 

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