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एडीजी अभिनव कुमार को हावर्ड स्कूल ने किया आमंत्रित, दुनियाभर के पांच हजार छात्रों को देंगे व्याख्यान

एडीजी अभिनव कुमार को हावर्ड स्कूल ने किया आमंत्रित, दुनियाभर के पांच हजार छात्रों को देंगे व्याख्यान

उत्तराखंड के एडीजी अभिनव कुमार को यूएस के हावर्ड स्कूल में व्याख्यान देने का मौका मिला है। स्कूल की ओर...
राहुल गांधी पहुंचे अमेरिका, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में देंगे व्याख्यान

राहुल गांधी पहुंचे अमेरिका, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में देंगे व्याख्यान

राहुल गांधी अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय, आर्थिक एवं तकनीकी मामलों पर वैश्विक चिंतकों, नेताओं और वहां रह रहे प्रवासी भारतीयों के साथ वार्ता करेंगे।
मैथिली भाषा का मूल ‘मुंडा’ भाषा में है- सीताकांत महापात्र

मैथिली भाषा का मूल ‘मुंडा’ भाषा में है- सीताकांत महापात्र

साहित्य अकादेमी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में प्रस्तुत ‘प्राचीन भारतीय साहित्य में प्रेम और प्रार्थना’ विषयक व्याख्यान में कवि-भाषाविद् एवं अकादेमी के महत्तर सदस्य सीताकांत महापात्र ने पूर्वोत्तर भारत के छः आदिवासी भाषा समूह - संथाल, उराव, मुंडा, कोंड आदि के आधार पर कहा कि प्रतीकों से सजी सबसे बेहतर भाषा इनके गीतों में देखी जा सकती है। कहा कि भोजपुरी के बाद सबसे प्रचलित भाषा मैथिली का मूल मुंडा भाषा में निहित है।
66 देशों में लंबित हैं सीबीआई की 392 जांच: सीबीआई प्रमुख

66 देशों में लंबित हैं सीबीआई की 392 जांच: सीबीआई प्रमुख

केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) करीब 66 देशों में विभिन्न चरणों में 392 मामलों की जांच कर रही है इस बात की जानकारी डीपी कोहली व्याख्यान माला के दौरान सीबीआई प्रमुख अनिल सिन्हा ने दी।
वाम विचारधारा वाले शिक्षक अब जेएनयू में आजादी पर करेंगे बात

वाम विचारधारा वाले शिक्षक अब जेएनयू में आजादी पर करेंगे बात

पिछले कुछ दिनों से विवादों के केंद्र में रहे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में राष्ट्रवाद पर व्याख्यानों की महीने भर चली श्रृंखला के समाप्त होने के बाद विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने अब आजादी पर प्रस्तुति का सिलसिला शुरू करने का फैसला किया है।
चर्चाः भारत रत्न की तो सुन लें | आलोक मेहता

चर्चाः भारत रत्न की तो सुन लें | आलोक मेहता

आमिर खान फिल्मी हस्ती हैं, अशोक वाजपेयी साहित्यकार हैं, सीताराम येचुरी या नीतीश कुमार अथवा राहुल गांधी प्रतिपक्षी नेता हैं, कई संपादक, प्रकाशक प्रतिकूल विचारों वाले हैं लेकिन अमर्त्य सेन तो भारत रत्न हैं। ‘आधुनिक भारत के नोबेल सम्मान प्राप्त अर्थशास्‍त्री और विचारक हैं। किसी राजनीतिक दल से कभी कोई रिश्ता नहीं रहा। अमेरिका और यूरोप में रहने के अलावा ‘कम्युनिस्ट ’ चोगा भी नहीं पहने हैं।
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