पाॅप सनसनी लेडी गागा के दलाई लामा से मुलाकात करने के बाद चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी ने गागा को कथित तौर पर दुश्मन विदेशी ताकतों की सूची में डाल दिया है।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने खुद पर और अपने मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से किए गए कथित हमलों की पृष्ठभूमि में अपना चीन दौरा एक दिन घटाते हुए संक्षिप्त कर दिया और स्वदेश लौट आए।
भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) में पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल हो गया। इसके बाद भारत आधुनिक तकनीक की मिसाइलों के मामले में चीन और पाकिस्तान से आगे हो गया हैं। इसके अलावा एनएसजी के लिए भी उसका दावा और मजबूत हुआ है। भारत ने कहा है कि इस समूह में उसका प्रवेश वैश्विक अप्रसार शर्तों को बढ़ाने के लिए परस्पर फायदेमंद होगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि यदि उन्हें वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन (जीईएस) के लिए आमंत्रित किया जाता है तो वह अगले वर्ष भारत की यात्रा कर सकते हैं। ओबामा ने कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में जीईएस को संबोधित करते हुए कहा, ‘यदि मुझे आमंत्रित किया जाता है, तो मैं रुकने की कोशिश करूंगा।’
मध्य चीन में एक टूरिस्ट बस के रेलिंग से टकराने के बाद लपटों से घिर जाने की वजह से कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। यह घटना हुनान प्रांत में हुई। बस में 56 लोग सवार थे।
पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने एनएसजी की सदस्यता पाने के लिए देश के पुरजोर प्रयासों पर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए रविवार को कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी और सदस्यता पाकर भारत को कोई फायदा नहीं होगा, नुकसान ही होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में बैठे लोग उसे हर दिन गुमराह कर रहे हैं।
भारत सहित परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर दस्तखत नहीं करने वाले देशों की सदस्यता पर चर्चा के लिए परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की एक बार फिर बैठक हो सकती है। इस बीच, भारत ने रविवार को चीन को स्पष्ट कर दिया कि द्विपक्षीय संबंधों में आगे बढ़ने के लिए भारत के हितों का ख्याल रखना जरूरी है।
सियोल में शीर्षस्तर की बातचीत खतम हो चुकी है। बैठक के नतीजे की अौपचारिक घोषणा होना बाकी है। सदस्यता पर भारत की संभावना धूमिल हो गर्इ हैं। अड़ियल चीन अंत तक भारत के विरोध में कायम रहा। उसने आपूर्तिकर्ता समूह में भारत के प्रवेश पर समर्थन देने से साफ इनकार किया है। हालांकि ग्रुप के 48 देशों मेंं से 47 देशों ने अपनी सहमति दे दी है। लेकिन इससे भारत को कोई विशेष फायदा नहीं हुआ। चीन का कहना है कि एनएसजी के नियमों का पालन किए बिना वह भारत के प्रवेश का समर्थन नहीं करेगा।
एनएसजी की सदस्यता हासिल करने में मोदी सरकार की नाकामी के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा कि यह भारत के लिए शर्मनाक है। पीएम मोदी ने इस पूरे मसले पर देश को शर्मसार किया है।