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प्रचंड ने की मोदी से मुलाकात, दोनों पक्षों में हुए तीन अहम समझौते

प्रचंड ने की मोदी से मुलाकात, दोनों पक्षों में हुए तीन अहम समझौते

भारत यात्रा पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पड़ोसी देश के राजनीतिक परिवर्तन से गुजरने के बीच भारत ने वहां सभी वर्गों की आकांक्षाओं को समावेशित कर देश के संविधान के क्रियान्वयन की वकालत की और इस हिमालयी राष्ट्र में चीन द्वारा अपने पैर जमाने की कोशिशों के बीच उसे सभी संभव सहायता का आश्वासन दिया।
आपसी सहयोग बढ़ाने का एजेंडा लेकर भारत पहुंचे प्रचंड

आपसी सहयोग बढ़ाने का एजेंडा लेकर भारत पहुंचे प्रचंड

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड पद संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर गुरुवार को भारत पहुंचे। उनकी इस तीन दिवसीय यात्रा का मकसद भारत और नेपाल के संबंधों में आई कड़वाहट को दूर करने के साथ ही भूकंप के बाद पुनर्निर्माण, पनबिजली परियोजनाएं और सड़क निर्माण के लिए भारत से मदद मांगना है।
राम मंदिर बनना ही चाहिए : मोहन भागवत

राम मंदिर बनना ही चाहिए : मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा उठा दिया है। उन्होंने अयोध्या में विवादित जगह परराम मंदिर निर्माण ही बनाए जाने पर जोर दिया है। मोहन भागवत के अनुसार, इस मसले पर कभी भी हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विवाद नहीं रहा। कुछ स्वार्थी तत्वों ने इसे राजनीतिक हित साधन के लिए सांप्रदायिक मसला बना डाला है।
सलाहुद्दीन-गिलानी हैं कश्मीर हिंसा की असली वजह : राम माधव

सलाहुद्दीन-गिलानी हैं कश्मीर हिंसा की असली वजह : राम माधव

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राम माधव ने पाकिस्तानी आतंकवादी कमांडर सैयद सलाहुद्दीन और हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी को कश्मीर हिंसा का मास्टर माइंड बताया है। उन्होंने कहा है कि सलाहुद्दीन ने गिलानी के माध्यम से घाटी में अस्थिरता पैदा करने की योजना बनाई थी।
तोगड़िया की राय, पीएम बनना है तो लालू प्रसाद यादव राम मंदिर आंदोलन से जुड़ें

तोगड़िया की राय, पीएम बनना है तो लालू प्रसाद यादव राम मंदिर आंदोलन से जुड़ें

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कहा है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अगर देश का प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं तो उन्हें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के आंदोलन से जुड़ना चाहिए।
इस बार अच्छी पैदावार, जमाखोर अपनी दाल निकालें वरना घाटे में रहेंगे: पासवान

इस बार अच्छी पैदावार, जमाखोर अपनी दाल निकालें वरना घाटे में रहेंगे: पासवान

देश में अरहर दाल की इस बार भरपूर पैदावार होने का दावा करते हुए केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि जो जमाखोर अरहर की दाल इस लालच में जमा किए हुए हैं कि एक बार फिर अरहर के दाम बढ़ेंगे तो वह इस मुगालते में न रहें और अपनी दाल बाजार में निकाल दें, क्योंकि फसल अच्छी होने के कारण इस बार उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं है।
आरएसएस के वकील बोले, गोडसे पर बयान मसले में राहुल बाजी मार गए

आरएसएस के वकील बोले, गोडसे पर बयान मसले में राहुल बाजी मार गए

आरएसएस से जुड़े वकीलों के संगठन अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद (एबीएपी) के अधिकांश वकीलों ने कहा कि महात्मा गांधी की हत्या मामले में नाथू राम गोडसे पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बयान देकर एक तरह से इस पूरे विवाद में बाजी मार ली है। संघ कांग्रेस उपाध्‍यक्ष की रणनीति के आगे फीका रहा। इस बयान ने उन्हें हीरो बना दिया। वकीलों की राय है कि हत्‍या प्रकरण में संघ ने पहले जो लड़ाई जीती थी, वह अब उसके हाथ से निकल गई।
गुलजारी लाल नंदा और मोरारजी भी राम मंदिर निर्माण के पक्ष में थे : कटियार

गुलजारी लाल नंदा और मोरारजी भी राम मंदिर निर्माण के पक्ष में थे : कटियार

भाजपा नेता विनय कटियार ने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा पीछे नहीं छूटा है और राम के बिना विकास होना संभव नहीं है। कटियार ने कहा कि हमें राम मंदिर मामले के हल के लिए अदालत के फैसले का इंतजार है,लेकिन इसमें बहुत देर हो रही है। उन्होंने इस मुद्दे के सामाजिक हल की भी बात कही।
रक्षा तंत्र पर जासूसी दंश

रक्षा तंत्र पर जासूसी दंश

यह पहला अवसर नहीं है। भारत की आधुनिक पनडुब्बियों, वायुसेना के विमानों-हेलीकाप्टर, थल सेना के लिए बोफोर्स जैसी तोपों की खरीदी के सौदों पर अंतरराष्ट्रीय जासूसी दांत गड़ते रहे हैं। वैसे भी भारत के सरकारी-प्रशासनिक तंत्र में रक्षा क्षेत्र की बड़ी खरीदी की प्रक्रिया में दो-चार नहीं दस वर्ष तक लगते रहे हैं।
हरियाणाः विवेकाधीन कोष से खर्च का नहीं होता हिसाब

हरियाणाः विवेकाधीन कोष से खर्च का नहीं होता हिसाब

हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने ग्रामीण खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए एक धार्मिक संप्रदाय को अपने विवेकाधीन कोष से 50 लाख रुपए का दान दिया है, जिसको लेकर उनपर चौतरफा निशाना साधा जा रहा है। गौरतलब है कि राज्य के सरकारी सूत्रों का कहना है कि अपने विवेकाधीन कोष से मंत्री इस प्रकार के कार्यों के लिए खर्च कर सकते हैं। जिसका उनसे हिसाब भी नहीं मांगा जाता है।
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