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Search Result : "केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय"

खातों में हेराफेरी कर एयरटेल ने ऐसे लगाया सरकार को चूना

खातों में हेराफेरी कर एयरटेल ने ऐसे लगाया सरकार को चूना

आई, मी, माईसेल्फ...सब बोरिंग है। अस एंड वी...इन्ट्रस्टिंग है... इंटरनेट है तो फ्रेंडशिप है... फ्रेंडशिप है तो शेयरिंग है... जो मेरा है वो तेरा... जो तेरा है वो मेरा है...
संघर्ष के बाद संजीव चतुर्वेदी को उत्तराखंड कैडर

संघर्ष के बाद संजीव चतुर्वेदी को उत्तराखंड कैडर

लंबे समय से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के कारण चर्चा में रहे भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को उत्तराखंड कैडर में भेज दिया गया है। मूल रूप से हरियाणा कैडर के अधिकारी चतुर्वेदी पिछले तीन सालों से अपना कैडर बदलने की गुहार लगा रहे थे।
पाक उच्चायुक्त तलब, उल्‍टे भारत पर किया पलटवार

पाक उच्चायुक्त तलब, उल्‍टे भारत पर किया पलटवार

पाकिस्‍तान की ओर से संघर्ष विराम उल्‍लंघन के मुद्दे पर आज विदेश मंत्रालय ने पाक उच्‍चायुक्‍त अब्‍दुल बासित को तलब किया। लेकिन बासित ने उल्‍टे सीजफायर उल्‍लंघन के लिए भारत को ही जिम्‍मेदार ठहरा दिया है।
वित्त मंत्रालय ने सेबी में साठे की नियुक्ति को सही ठहराया

वित्त मंत्रालय ने सेबी में साठे की नियुक्ति को सही ठहराया

वित्त मंत्रालय ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के भाई अरुण पी. साठे को पूंजी बाजार नियामक सेबी के निदेशक मंडल में अंशकालिक सदस्य नियुक्त किए जाने का आज बचाव किया और कहा कि वे इसके योग्य हैं और काफी ईमानदार हैं।
आजादी विशेष | विचारों की स्वतंत्रता पर बंदिश की भाषा

आजादी विशेष | विचारों की स्वतंत्रता पर बंदिश की भाषा

राजनीतिक-आर्थिक-सामाजिक सत्ता क्रम को नियंत्रित करने वाले वर्गों, समूहों, समुदायों और संस्थाओं के इस्तेमाल की भाषा में उनके वर्चस्ववादी पूर्वग्रहों के शब्द-संकेत देखे और व्याख्यायित किए जा सकते हैं। भारत की आजादी के 68 वर्ष बीतने पर हमारे राजनीतिक और सुरक्षा प्रतिष्ठानों के चालू विमर्श में हम ऐसे दो चलताऊ जुमलों की निशानदेही करना चाहेंगे जिनके निहितार्थ हमारी स्वतंत्रता सीमित करने के संदर्भ में गंभीर हैं।
चैनलों पर अभिव्यक्ति की आजादी यूं दबा रही सरकार

चैनलों पर अभिव्यक्ति की आजादी यूं दबा रही सरकार

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और असहमति के स्वरों को पर्याप्त जगह देना ही नहीं बल्कि इन स्वरों का संरक्षण देना भी स्वस्‍थ लोकतंत्र के लिए जरूरी है‍‍। मगर ऐसा लगता है कि हमारी केंद्र सरकार असहमति की छोटी से छोटी आवाज भी नहीं सुनना चाहती। तभी तो उसने देश के तीन बड़े समाचार चैनलों को याकूब मेमन की फांसी के कवरेज पर नोटिस जारी कर दिया है।
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