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'एक्सरसाइज, एक्सरसाइज, एक्सरसाइज': उमर अब्दुल्ला ने बताया हिरासत के दौरान कैसे गुजारा वक्त

लगभग 8 महीने बाद इस हफ्ते की शुरुआत में हिरासत  से रिहा हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर...
'एक्सरसाइज, एक्सरसाइज, एक्सरसाइज': उमर अब्दुल्ला ने बताया हिरासत के दौरान कैसे गुजारा वक्त

लगभग 8 महीने बाद इस हफ्ते की शुरुआत में हिरासत  से रिहा हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हरि निवास उप जेल में एक बंदी के तौर पर गुजारे वक़्त का अपना अनुभव साझा किया है। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में उमर ने हाउस अरेस्ट के तहत हरि निवास पर बिताए अपने समय के बारे में बात की। हरि निवास को 1990 के दशक में यातना कक्ष के रूप में जाना जाता था।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला  ने ट्वीट किया, 'अगर कोई क्वॉरंटीन और लॉकडाउन में जीवित रहने पर सुझाव चाहता है तो इसके लिए मेरे पास महीनों का अनुभव है।' उन्होंने लिखा कि सबसे पहले तो आपको अपने लिए एक रुटीन तैयार करना चाहिए और उसे कड़ाई से पालन भी करना चाहिए। मैं एसएनएसजे (हरि निवास सब-जेल) में महीनों रहा। मैंने वहां रुटीन तैयार किया और उसे फॉलो करते हुए जिंदगी जिया।

उन्होंने लिखा, "सबसे पहले, एक दिनचर्या स्थापित करें और उससे चिपके रहने की कोशिश करें।  हरि निवास उप जेल में मैं हमेशा एक दिनचर्या से जुड़ा हुआ था जैसे कि पत्थर में नक्काशी की गई थी।  दिनचर्या ने मुझे उद्देश्य की भावना दी और मुझे लक्ष्यहीन या खोने जैसा महसूस नहीं होने दिया।"

पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, "एक्सरसाइज, एक्सरसाइज, एक्सरसाइज" करें। मैं इस बात पर जोर नहीं दे सकता। मैं भाग्यशाली था कि मुझे बाहर निकलने के लिए हरि निवास सब जेल में जगह और मैदान मिला, लेकिन जब मौसम ने मुझे घर के बाहर जाने की अनुमति नहीं दी तो तो मेरे पास टहलने के लिए गलियारे, ऊपर और नीचे सीढ़ियां थीं। हां, वर्कआउट के लिए मोबाइल ऐप की भी सहायता ली जा सकती है।"

उन्होंने डायट प्लान पर बाते करते हुए लिखा, "अपने भोजन के समय को ठीक करें और उनसे चिपके रहें। बोर्डिंग स्कूल की आदत और आवश्यकता के अनुसार मैंने पूरा ब्यौरा तैयार किया। 8:30 पर नाश्ता, दोपहर 2 बजे लंच और 7:30 पर डिनर का टाइम सेट किया। हां, दोपहर 12 बजे (बीपी के चेकअप के बाद) कॉफी का समय होता था, जबकि शाम की चाय 6 बजे।"

बता दें कि हरि निवास पैलेस का निर्माण कश्मीर के अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह ने अपनी पत्नी तारा देवी के लिए करवाया था।  यह कहा जाता है कि महाराजा ने जिस स्थान पर महल का निर्माण करवाया था, उसे लेकर पुजारी ने उन्हें बताया था कि यह क्षेत्र हिन्दू देवी शिक्षा देवी का निवास स्थान था। इस स्थान पर महल का निर्माण शुभ नहीं होगा।  निर्माण पूरा हो गया था लेकिन जल्द ही महाराजा को 1947 में कश्मीर से भागना पड़ा। वह कभी नहीं लौटे। 

1980 के दशक में, भवन का उपयोग सीआईडी विभाग द्वारा किया गया था।  2006 में जब गुलाम नबी आज़ाद ने मुख्यमंत्री पद संभाला तो उन्होंने हरि निवास का जीर्णोद्धार किया और फिर 2008 में इसे अपने आधिकारिक निवास के रूप में इस्तेमाल किया।  लेकिन इसके तुरंत बाद, उन्हें घाटी में 2008 के विरोध और पीडीपी द्वारा समर्थन वापसी के बाद भवन खाली करना पड़ा।

1993 की अपनी रिपोर्ट में, ह्यूमन राइट्स वॉच का कहना है कि हरि निवास और कश्मीर के अन्य यातना केंद्रों में गिरफ्तार लोगों को बुरी तरह से पीटा गया और छाती, जननांगों और पैरों को बिजली के झटके दिए गए। 

उल्लेखनीय है कि उमर अब्दुल्ला 232 दिन की हिरासत के बाद मंगलवार दोपहर श्रीनगर के हरि निवास से रिहा हुए थे। 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 के समाप्ति के बाद हिरासत में लिए गए उमर पर 5 फरवरी 2020 को पीएसए लगाया गया था। इस कार्रवाई के बाद उमर की हिरासत की मियाद बढ़ गई थी और उमर इस अवधि मे सोशल मीडिया से भी दूर थे।

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