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प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए बीजेपी अध्यक्ष ने बनाई मंत्रियों की कमेटी

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए एक कमेटी का गठन किया है। तीन मेंबर्स वाली ये कमेटी दूसरी पॉलिटिकल पार्टियों से सपोर्ट लेने के लिए बात करेगी। अमित शाह ने कमेटी में राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू और अरुण जेटली को शामिल किया है।
प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए बीजेपी अध्यक्ष ने बनाई मंत्रियों की कमेटी

प्रेसिडेंट इलेक्शन की तारीखों के एलान के बाद बीजेपी और विपक्ष ने अपनी अपनी लामबंदी शुरू कर दी है । 5 राज्यों के असेंबली इलेक्शन के बाद प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए एनडीए की पोजिशन मजबूत है। एनडीए को अपनी पसंद का प्रेसिडेंट बनाने के लिए महज 20 हजार वोटों की जरूरत है। इन वोटों का जुगाड़ करने के लिए बीजेपी कई दलों से बात कर रही है। पार्टी की कोशिश है कि वो उन गैर एनडीए और गैर यूपीए दलों को अपने पाले में कर ले जिन्होंने अभी ये तय नहीं किया है कि वे किस तरफ जाएंगे। इनका वोट पर्सेंटेज करीब 13% है। यही वोट तय करेंगे कि अगला प्रेसिडेंट किसकी पसंद का होगा, हालांकि बीजेपी के पास टीआरएस और जगनरेड्डी की पार्टी का समर्थन है।

14 जून को है अपोजिशन पार्टियों की मीटिंग

वहीं प्रेसिडेंट इलेक्शन को लेकर अपोजिशन पार्टियों की मीटिंग 14 जून को होगी। गौरतलब है कि सोनिया गांधी ने जुलाई में होने वाले इस चुनाव के लिए सभी अपोजिशन पार्टियों को एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहीं है। सोनिया ने सभी पार्टियों के रिप्रेजेंटेटिव्स का ग्रुप बनाया था, जो राष्ट्रपति चुनाव के लिए चर्चा को आगे ले जाएगा। इस सब-ग्रुप में गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस), शरद यादव (JDU), लालू यादव (RJD), सीताराम येचुरी (CPI-M), डेरेक ओ' ब्रायन (TMC), रामगोपाल यादव (SP), सतीश चंद्र मिश्रा (BSP), आरएस भारती (DMK), प्रफुल्ल पटेल (NCP)

राष्ट्रपति चुनाव का शेड्यूल

चुनाव आयोग का नोटिफिकेशन: 14 जून

नॉमिनेशन दाखिल करने की आखिरी तारीख: 28 जून

नॉमिनेशन की स्क्रूटनी:29 जून

नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख: 1 जुलाई

वोटिंग (जरूरत पड़ने पर): 17 जुलाई, सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे

काउंटिंग :20 जुलाई, सुबह 11 बजे से

सभी चुने हुए एमएलए और एमपी लेंगे चुनाव में हिस्सा

4896 वोटर राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे। इनमें 4120 MLAs और 776 MPs शामिल हैं। 20 AAP के विधायकों के खिलाफ हाउस ऑफ प्रॉफिट के मामले में केस चल रहा है, फिलहाल ये लोग वोट डाल सकेंगे। हालांकि 12 नॉमिनेटेड राज्यसभा मेंबर्स भी वोट नहीं डाल सकेंगे। इसके अलावा लोकसभा में दो एंग्लो-इंडियन कम्युनिटी के नॉमिनेटेड मेंबर्स भी वोट नहीं डाल सकेंगे।10खाली सीटें हैं राज्यसभा की, जिनके लिए चुनाव की घोषणा राष्ट्रपति चुनाव के बाद ही की जाएगी।

कितने वोट जरूरी

किसी भी दल को अपनी पसंद का प्रेसिडेंट बनाने के लिए आधे यानी 5,49, 442 वोटों की जरूरत है। टोटल वोट वैल्यू 10,98,882 है। एनडीे के पास लोकसभा, राज्यसभा, स्टेट असेंबली को मिलाकर टोटल 5,2,371 वोट होते हैं। एनडीए का टोटल वोट पर्सेंटेज 48.10 फीसदी है।वहीं अगरसभी अपोजिशन पार्टियां एक हो जाती हैं तो टोटल वोट 5,68,148 होंगे यानी करीब 51.90%। ये पसंद का प्रेसिडेंट बनाने के लिए काफी हैं। लेकिन ऐसा नहीं लग रहा है कि सभी विपक्षी दल एक हो जाएंगे। 

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