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यूपी के कांग्रेस प्रमुख लल्लू आगरा में गिरफ्तार, बसों को एंट्री के लिए धरना दे रहे थे

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।...
यूपी के कांग्रेस प्रमुख लल्लू आगरा में गिरफ्तार, बसों को एंट्री के लिए धरना दे रहे थे

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बब्लू कुमार ने बताया कि कांग्रेस नेताओं के विरोध प्रदर्शन के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस द्वारा प्रवासी मजदूरों के लिए जुटाई गई बसें भेजने के मुद्दे पर कांग्रेसी नेताओं ने प्रदर्शन किया था।

फतेहपुर सीकरी थाने में केस दर्ज

आगरा के एसएसपी ने बताया कि फतेहपुर सीकरी थाने में आइपीसी की धारा 188 और 269 के अलावा महामारी कानून के तहत इस घटना के संबंध में केस दर्ज किया गया है। दो व्यक्तियों अजय कुमार लल्लू और विवेक बंसल को गिरफ्तार किया गया है। आगरा-राजस्थान सीमा पर ऊंचा नगला से उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख को जबरन हटा दिया। वे अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ धरना दे रहे थे। उनकी मांग थी कि कांग्रेस द्वारा जिन बसों का इंतजाम किया गया है, उन्हें प्रवासी मजदूरों को लेकर उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की अनुमति दी जाए।

प्रियंका के पीए पर लखनऊ में केस

इससे पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और लल्लू के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में केस दर्ज किया गया था। प्रवासी मजदूरों के लिए बसें मुहैया कराने को लेकर कांग्रेस पार्टी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के बीच चल रहा आरोप-प्रत्यारोप एक तीखे मोड़ पर पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि बसों की जो सूची उपलब्ध कराई गई है, उनमें ऑटो और दूसरे वाहनों के भी नंबर हैं। इस सिलसिले में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।

बसों को एंट्री नहीं देने का आरोप

कांग्रेस और यूपी सरकार के बीच नौ पत्रों का आदान-प्रदान हो चुका है। कांग्रेस ने राज्य सरकार पर जानबूझकर बसों की मंजूरी नहीं देने का आरोप लगाया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की तरफ से मंगलवार की शाम एक बार फिर पत्र लिखा गया जिसमें आरोप लगाया गया है कि आगरा के पास ऊंचा नागला बॉर्डर पर बसे खड़ी हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें आगे नहीं जाने दे रहा है। शाम पौने चार बजे लिखे गए इस पत्र में कहा गया है कि हम बसों को लेकर करीब तीन घंटे से यूपी बॉर्डर, ऊंचा नागला पर खड़े हैं लेकिन आगरा प्रशासन एंट्री ही नहीं दे रहा है। हम एक बार फिर आपसे कहना चाहते हैं कि ये समय संवेदनशीलता दिखाने का है। पत्र में कहा गया है कि यूपी के लाखों श्रमिक भाई-बहन परेशान हैं। सब मिलकर ही इस आपदा की चुनौती से निपट सकते हैं। श्रमिकों को राहत देने के लिए और इस स्थिति को खत्म करने के लिए कृपया प्रशासन अनुमति पत्र भेजे।

ट्रांसपोर्टरों को मिल रही हैं धमकियां

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया कि यूपी सरकार ट्रांसपोर्टरों को धमका रही है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार के आरटीओ उन ट्रांसपोर्टरों को धमकी दे रहे हैं, जिन्होंने बसें उपलब्ध कराई हैं। इससे पहले कई दौर की चिट्ठियों के बाद राज्य सरकार ने कांग्रेस से दिन के 12 बजे नोएडा और गाजियाबाद में पांच-पांच सौ बसें उपलब्ध कराने को कहा था। इसके जवाब में कांग्रेस ने कहा कि बसें राजस्थान से आ रही हैं, इसलिए ये शाम पांच बजे तक उपलब्ध हो सकेंगी। कांग्रेस महासचिव के निजी सचिव संदीप सिंह की तरफ से अपर गृह सचिव अवनीश अवस्थी को देर रात कड़ी चिट्ठी भेजने के बाद यूपी सरकार ने ये बसें जिलाधिकारियों को उपलब्ध कराने को कहा था।

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