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बिना किसी बदलाव के रेपो रेट 4 फीसदी, वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी दर नेगेटिव रहने का अनुमान: आरबीआई

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को कहा है कि  रेपो रेट में फिलहाल कोई कटौती नहीं होंगी।...
बिना किसी बदलाव के रेपो रेट 4 फीसदी, वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी दर नेगेटिव रहने का अनुमान: आरबीआई

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को कहा है कि  रेपो रेट में फिलहाल कोई कटौती नहीं होंगी। गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि रेपो रेट बिना किसी बदलाव के 4 प्रतिशत है जबकि रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के साथ 3.35 प्रतिशत है।

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कोविड महामारी को देखते हुए आरबीआई ने यथास्थिति का विकल्प चुना है और ब्याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। लेकिन, महामारी की वजह से प्रभावित अर्थव्यवस्था को देखते हुए आरबीआई ने भविष्य में और अधिक दरों में कटौती के संकेत दिए हैं।

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गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट में परिवर्तन न करने का निर्णय केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा लिया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने बीते 22 मई को अपनी नीतिगत दर में संशोधन किया था।

आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए वर्ष की पहली छमाही में जीडीपी वृद्धि दर कम रहने का अनुमान है। वर्ष 2020-21 में वास्तविक जीडीपी दर नकारात्मक होने का अनुमान है।

वहीं, गवर्नर शक्तिकांत ने कहा कि परिवार पर कोविड के प्रभाव को कम करने के लिए उन्हें अब सोने के एवज में मूल्य का 90 फीसदी तक कर्ज दिया जाएगा। वर्तमान में ये कर्ज 75 फीसदी है।

 

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