नई दिल्ली, 10 जून, (वार्ता) डोज़ी के मिलियन आईसीयू अभियान के तहत लोक नायक हॉस्पिटल (एलएनएच) के कोविड आईसीयू में 100 एआई-पॉवर्ड, कॉन्टैक्टलेस डोज़ी पेशेंट मॉनिटर्स लगाए हैं।
कंपनी ने आज कहा कि डोज़ी का अभियान, मिलियनआईसीयू, जो अस्पतालों में आईसीयू बेड्स एवं स्टाफ की कमी को दूर करता है।
अब नई दिल्ली के लोक नायक हॉस्पिटल (एलएनएच) में अगले 3 महीनों में 900 से ज्यादा मरीजों के लिए क्रिटिकल केयर में मदद करेगा।
इस समय एलएनएच के आईसीयू में 50 बेड एआई पॉवर्ड कॉन्टैक्टलेस डोज़ी मॉनिटर्स के साथ अपग्रेड किए गए हैं, ताकि कोविड-19 मरीजों की रिमोट, केंद्रीकृत एवं निरंतर मॉनिटरिंग की जा सके।
इस तरह के पचास बेड प्रस्तावित हैं, जो पोस्ट-कोविड म्यूकरमाईकोसिस मरीजों के इलाज में मदद करेंगे।
डोज़ी ने अस्पताल में एक पेशेंट मॉनिटरिंग सेल स्थापित की है, जो 24/7 ऑनग्राउंड सपोर्ट एवं अलर्ट इस्केलेशन सुनिश्चित करती है।
एलएनएच में सुविधाओं का अपग्रेडेशन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया फाउंडेशन एवं हुआवेई द्वारा स्पॉन्सर किया गया, जिसमें सी-कैंप मुख्य समन्वयक रहा।
मिलियन आईसीयू अभियान का उद्देश्य अस्पतालों को अल्पकाल में मौजूदा कोविड-19 संकट से उबरने में समर्थ बनाना और भारत के स्वास्थ्य ढांचे में तीव्र व दीर्घकालिक परिवर्तन लाना है।
इस अभियान का उद्देश्य इन अस्पतालों में केंद्रीकृत पेशेंट मॉनिटरिंग के साथ स्टेप डाउन आईसीयू एवं एचडीयू की संख्या बढ़ाना और देश के दूरदराज के इलाकों में भी क्रिटिकल केयर को जरूरतमंदों के लिए ज्यादा आसानी से उपलब्ध कराना है।
इस अभियान के तहत हॉस्पिटल बेड्स में डोज़ी के कॉन्टैक्टलेस सेंसर लगाए गए हैं, जिनमें एक एआई पॉवर्ड ट्राईएजिंग सिस्टम है, जो मरीज के संपर्क में आए बिना मरीज के दिल की धड़कन, श्वास की दर एवं अन्य क्लिनिकल पैरामीटर्स जैसे स्लीप एप्निया व मायोकार्डियल परफॉर्मेंस मीट्रिक्स की निरंतर व सटीक मॉनिटरिंग (प्रति घंटे 100 बार से ज्यादा) संभव बनाता है।
मरीज का डेटा निरंतर मिलते रहने से मेडिकल स्टाफ मरीज की बिगड़ती स्थिति को जल्दी पहचान पाता है और किसी भी विकृति के गंभीर होने से पहले की केयर टीम को सूचित कर देता है।
हर मरीज के लिए कस्टम अलर्ट स्थापित किए जा सकते हैं, जिससे डॉक्टर्स को इलाज की योजनाएं ऑप्टिमाईज़ करने, बिगड़ती हालत वाले मरीजों पर केंद्रित होने और बेहतर प्रोएक्टिव केयर प्रदान करने में मदद मिलती है।
डोज़ी द्वारा इनेबल की गई पेशेंट मॉनिटरिंग सेल सभी मरीजों का ट्रैक रखने में मदद करती है और मरीज की हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों व नर्सों को सचेत कर देती है।
शेखर
वार्ता
नई दिल्ली, 10 जून, (वार्ता) डोज़ी के मिलियन आईसीयू अभियान के तहत लोक नायक हॉस्पिटल (एलएनएच) के कोविड आईसीयू में 100 एआई-पॉवर्ड, कॉन्टैक्टलेस डोज़ी पेशेंट मॉनिटर्स लगाए हैं।
कंपनी ने आज कहा कि डोज़ी का अभियान, मिलियनआईसीयू, जो अस्पतालों में आईसीयू बेड्स एवं स्टाफ की कमी को दूर करता है।
अब नई दिल्ली के लोक नायक हॉस्पिटल (एलएनएच) में अगले 3 महीनों में 900 से ज्यादा मरीजों के लिए क्रिटिकल केयर में मदद करेगा।
इस समय एलएनएच के आईसीयू में 50 बेड एआई पॉवर्ड कॉन्टैक्टलेस डोज़ी मॉनिटर्स के साथ अपग्रेड किए गए हैं, ताकि कोविड-19 मरीजों की रिमोट, केंद्रीकृत एवं निरंतर मॉनिटरिंग की जा सके।
इस तरह के पचास बेड प्रस्तावित हैं, जो पोस्ट-कोविड म्यूकरमाईकोसिस मरीजों के इलाज में मदद करेंगे।
डोज़ी ने अस्पताल में एक पेशेंट मॉनिटरिंग सेल स्थापित की है, जो 24/7 ऑनग्राउंड सपोर्ट एवं अलर्ट इस्केलेशन सुनिश्चित करती है।
एलएनएच में सुविधाओं का अपग्रेडेशन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया फाउंडेशन एवं हुआवेई द्वारा स्पॉन्सर किया गया, जिसमें सी-कैंप मुख्य समन्वयक रहा।
मिलियन आईसीयू अभियान का उद्देश्य अस्पतालों को अल्पकाल में मौजूदा कोविड-19 संकट से उबरने में समर्थ बनाना और भारत के स्वास्थ्य ढांचे में तीव्र व दीर्घकालिक परिवर्तन लाना है।
इस अभियान का उद्देश्य इन अस्पतालों में केंद्रीकृत पेशेंट मॉनिटरिंग के साथ स्टेप डाउन आईसीयू एवं एचडीयू की संख्या बढ़ाना और देश के दूरदराज के इलाकों में भी क्रिटिकल केयर को जरूरतमंदों के लिए ज्यादा आसानी से उपलब्ध कराना है।
इस अभियान के तहत हॉस्पिटल बेड्स में डोज़ी के कॉन्टैक्टलेस सेंसर लगाए गए हैं, जिनमें एक एआई पॉवर्ड ट्राईएजिंग सिस्टम है, जो मरीज के संपर्क में आए बिना मरीज के दिल की धड़कन, श्वास की दर एवं अन्य क्लिनिकल पैरामीटर्स जैसे स्लीप एप्निया व मायोकार्डियल परफॉर्मेंस मीट्रिक्स की निरंतर व सटीक मॉनिटरिंग (प्रति घंटे 100 बार से ज्यादा) संभव बनाता है।
मरीज का डेटा निरंतर मिलते रहने से मेडिकल स्टाफ मरीज की बिगड़ती स्थिति को जल्दी पहचान पाता है और किसी भी विकृति के गंभीर होने से पहले की केयर टीम को सूचित कर देता है।
हर मरीज के लिए कस्टम अलर्ट स्थापित किए जा सकते हैं, जिससे डॉक्टर्स को इलाज की योजनाएं ऑप्टिमाईज़ करने, बिगड़ती हालत वाले मरीजों पर केंद्रित होने और बेहतर प्रोएक्टिव केयर प्रदान करने में मदद मिलती है।
डोज़ी द्वारा इनेबल की गई पेशेंट मॉनिटरिंग सेल सभी मरीजों का ट्रैक रखने में मदद करती है और मरीज की हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों व नर्सों को सचेत कर देती है।
शेखर
वार्ता