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जानिए, 2019 के लिए अमित शाह का क्‍या है मास्‍टर प्‍लान

भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह को चुनावी चक्रव्‍यूह में विरोधियों को बेहतर ढंग से मात देना आता है। यूपी जीतने के बाद शाह 2019 में होने वाले आम चुनावों की तैयारियों में अभी से जुट गए हैं।
जानिए, 2019 के लिए अमित शाह का क्‍या है मास्‍टर प्‍लान

शाह ने इस क्रम में पहले पश्चिम बंगाल का दौरा किया और अब शनिवार और रविवार को जम्‍मू के दौरे पर रहेंगे।

शाह मिशन 2019 पर सघन स्‍तर पर कार्य कर रहे हैं। वह ऐसे राज्यों में पार्टी के लिए जमीन तैयार करने में लग गए हैं, जहां अब तक भाजपा को वोटरों का पर्याप्‍त समर्थन नहीं मिला है।

जम्मू से पहले उन्होंने इसी रणनीति के तहत पश्चिम बंगाल का दौरा किया था। राज्यों के दौरे के अलावा शाह ने आगामी चुनावों के लिए 600 फुलटाइमर्स की एक टीम भी बनाई है। यह टीम पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेगी।

शाह ने लोकसभा क्षेत्रों की संख्या के अनुसार पार्टी की तरफ से फुलटाइमर्स की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही सुपरवाइजर के तौर पर कुछ और कार्यकर्ताओं की नियुक्ति होगी।

खुद अमित शाह भी बूथ स्तर की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कई राज्यों में 15 दिन का समय बिताएंगे। फुलटाइमर्स की नियुक्ति की भी है जो 2019 लोकसभा चुनावों में मतों की गिनती तक लगातार पार्टी का काम संभालेंगे।

फुलटाइमर के तौर कुल 543 फुलटाइमर्स नियुक्त किए जाएंगे। 600 फुलटाइमर्स में से बचे लोगों को पार्टी की स्थिति जिन लोकसभा क्षेत्रों में कमजोर है वहां नियुक्ति होगी।'

अमित शाह ने सबसे पहले 5 राज्यों पर ध्‍यान केंद्रित किया है जहां वह बूथ स्तर मैनेजमेंट का काम देखेंगे। ये पांच राज्य गुजरात, ओडिशा, तेलंगाना, लक्षद्वीप और पश्चिम बंगाल हैं। इन पांचों राज्यों में शाह 15 दिन का समय बिताएंगे और बूथ स्तर की तैयारी का जायजा लेंगे। पार्टी अध्यक्ष के तौर पर अमित शाह देशव्यापी दौरा भी करेंगे और संगठन स्तर पर पार्टी की तैयारी देखेंगे। संगठन स्तर के काम की निगरानी के लिए शाह देश भर में 110 दिनों का दौरा करने वाले हैं।

पार्टी सूत्रों ने कहा, 'इस दौरान शाह उन 120 लोकसभा क्षेत्रों की पहचान कर वहां के लिए विशेष रणनीति बनाएंगे, जहां पार्टी फोकस करना चाहती है। ये 120 क्षेत्र पारंपरिक तौर पर भाजपा के मजबूत माने जाने वाले गढ़ में से नहीं है, लेकिन पार्टी इन क्षेत्रों में भविष्य के लिए संभावनाएं तलाश रही है।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसके बाद शाह का फोकस केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा आदि में रहेगा।

Know the planning of amit shah for 2019 election 

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