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विपक्ष को कोसने के लिए पीएम मोदी कर रहे सरकारी कार्यक्रमों का इस्तेमाल: कांग्रेस

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा है। कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव से...
विपक्ष को कोसने के लिए पीएम मोदी कर रहे सरकारी कार्यक्रमों का इस्तेमाल: कांग्रेस

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा है। कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव से कुछ सप्ताह पहले पीएम सरकारी पैसे से उद्घाटन या रैली कर रहे हैं और हर जगह जाकर विपक्ष को कोस रहे हैं। सीधे तौर पर यह पीएम पद की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने वाला कदम है।  

'प्रवासी भारतीय दिवस में दिखा पीएम का बड़बोलापन'

पार्टी प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वाराणसी में आज प्रधानमंत्री मोदी ने प्रवासी भारतीय दिवस के कार्यक्रम में जो कहा, उस पर हमें घोर आपत्ति है। उन्होंने कहा कि पीएम की बातों को मानें तो भारत में अब कुछ करने की जरुरत नहीं है। यह पीएम का बड़बोलापन ही है। मानो देश में सब कुछ हो चुका है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को यह समझना चाहिए कि उनके पीएम बनने से पहले भारत गणराज्य बन चुका था। उसका दुनिया में सम्मान था। 1975 में 'आर्यभट्ट' छोड़ा गया था और 1974 में ही परमाणु शक्ति बन चुका था और चंद्रयान और मंगलयान भेजा जा चुका था। यह देश के लिए चिंता की बात होनी चाहिए कि पीएम को इसका भी ज्ञान नहीं है

मेक इन इंडिया पर साधा निशाना

कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम  प्रवासी भारतीयों को कौन से ‘मेक इन इंडिया' के बारे में समझा रहे थे?  मेक इन इंडिया का जो लोगो है, वो भी अपना नहीं है। सरदार पटेल की मूर्ति देश के बाहर बनी है। कौन सा मेक इन इंडिया हो रहा है। देश में हो रहा है या देश से बाहर हो रहा है। पटेल की प्रतिमा भी देश में नहीं बनी।'

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को पिछले पांच साल के काम पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। उन्हें यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार ने पांच साल में क्या किया है। 

'देश का पैसा विपक्ष को गाली देने के लिए नहीं है'

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ सप्ताह के बाद चुनाव की तिथि की घोषणा के साथ आचार संहिता आने वाली है। प्रधानमंत्री देश का पैसा खर्च करके कार्यक्रम, यात्रा करते हैं और विपक्ष को कोसते हैं। देश का पैसा विपक्ष को गाली देने के लिए नहीं है। इस पर चुनाव आयोग को भी गौर करना चाहिए। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने स्वाभाविक रूप में भाजपा के प्रधान प्रचारक का काम कर रहे हैं। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम ने परंपरा और मर्यादा को तोड़ा है। कभी पूर्व पीएम ने इस तरह चुनावों से पहले सरकारी कार्यक्रमों का इस्तेमाल विपक्ष पर हमलों के लिए नहीं किया।

'आर्थिक उत्पादन निम्नतम स्तर पर पहुंचा'

कांग्रेस नेता ने कहा कि ग्रॉस फिक्स कैपिटल फार्मेशन इनके कार्यकाल में शून्य हुआ है। आईआईपी निरंतर टूटा है। औद्योगिक उत्पादन अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच चुका है। अगर इनकी बात को सच माना जाए तो क्या कारण है कि निवेश 7 प्रतिशत टूटा है। राफेल का घोटाला भी सामने है और चर्चा में है। एचएएल को दरकिनार किया गया। पीएम प्रवासी भारतीय को आखिर क्या समझा रहे हैं।

'सारे कार्यकाल में हुआ प्रोपेगैंडा और विज्ञापन'

कांग्रेस नेता ने कहा कि असल में पीएम का सारा कार्यकाल प्रोपेगैंडा, विज्ञापन, प्रचार में रहा। सरकार को अपनी उपलब्धि बताने का अधिकार है, अगर कोई हो। इन्होंने चुनाव से कुछ हफ्तों पहले 6000 करोड़ का विज्ञापन पर खर्च किए गए जबकि  पहले किसी सरकार ने ऐसा नहीं किया किया।

'ईवीएम पर तमाम दलों ने आशंकाएं जताई हैं'

‏ईवीएम पर कांग्रेस ने कहा कि इसे लेकर तमाम विपक्षी दलों ने अपनी आशंकाएं जताई हैं। इस विषय पर विपक्षी दलों ने भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया था और मांग की थी कि पेपर बैलट पर वापस आया जाए। जो देश पहले इस सिस्टम से चुनाव कराते थे, उनमें ज्यादातर फिर से बैलेट पेपर पर वापस आ गए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की आशंकाओं का निवारण जरूरी है। चुनाव आयोग ये तय करे कि कम से कम 50 प्रतिशत वीवीपीएटी की गणना हो।

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