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ब्रिटेन में महाराष्ट्र जैसा हाल, कैबिनेट की बगावत के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का इस्तीफा

महाराष्ट्र जैसा सियासी घमासान ब्रिटेन में भी देखने को मिल रहा है। यूके में जारी राजनीतिक संकट के बीच...
ब्रिटेन में महाराष्ट्र जैसा हाल, कैबिनेट की बगावत के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का इस्तीफा

महाराष्ट्र जैसा सियासी घमासान ब्रिटेन में भी देखने को मिल रहा है। यूके में जारी राजनीतिक संकट के बीच प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हो गए हैं। वैसे तो बोरिस जॉनसन की कुर्सी पर खतरा कई बार मंडराया है लेकिन इस बार बगावत का तूफान उनके लिए बड़ी मुसीबत बन गया।

दरअसल, ब्रिटेन में चार कैबिनेट मंत्री समेत 40 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद बोरिस जॉनसन पर भी इस्तीफे का दबाव बढ़ गया। बता दें कि मंगलवार को वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद तो इस्तीफों की झड़ी लग गई।

न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, ब्रिटिश मीडिया का कहना है कि ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन इस्तीफा देने के लिए सहमत हो गए हैं। अभी तक यह तो स्पष्ट नहीं हो पाया था कि वह कंजरवेटिव पार्टी के नए नेता चुनने तक पद पर रहेंगे या नहीं। आखिर अब ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री कौन बनेगा?

 <blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">British media say UK Prime Minister Boris Johnson has agreed to resign: The Associated Press <a href="https://t.co/tzISv6CSso">pic.twitter.com/tzISv6CSso</a></p>&mdash; ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1544960661230596096?ref_src=twsrc%5Etfw">July 7, 2022</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

बता दें कि बोरिस जॉनसन ने 36 घंटे पहले ही दो नए मंत्री बनाए थे। उन्हें भी पद संभालते ही इस्तीफा देना पड़ा। इसमें ट्रेजरी चीफ नदीम जहवी भी शामिल हैं। बोरिस जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव लगातार बढ़ रहा था। एक दिन पहले ही उनकी कैबिनेट के करीब 9 मंत्री उनके पास पहुंचे थे और उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी के हित और आगे आने वाले चुनावों का हवाला देकर बोरिस से इस्तीफा देने को कहा था। लेकिन इस पर बोरिस जॉनसन सहमत नहीं हुए थे। यही बात जब उनके एक मंत्री माइकल गोव ने मीडिया के सामने बता दी तो उनको बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद जॉनसन पर इस्तीफे का दबाव और बढ़ गया।

बोरिस जॉनसन ने पहले कहा था कि अगर वह इस्तीफा दे देंगे तो आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा। इसलिए उनका पद पर बने रहना  जरूरी है।

 

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