Advertisement

नए संकल्प से कदम बढ़ाने का अवसर, 76वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी का आह्वान

आज भारत अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा...
नए संकल्प से कदम बढ़ाने का अवसर, 76वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी का आह्वान

आज भारत अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। पीएम ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ये वक्त गांधी, नेहरू,अंबेडकर, बोस और सावरकर को याद करने का है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह नए संकल्प से कदम बढ़ाने का अवसर है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि न सिर्फ हिंदुस्तान का हर कोना, लेकिन दुनिया के हर कोने में आज किसी न किसी रूप में भारतीयों के द्वारा या भारत के प्रति अपार प्रेम रखने वाला विश्व के हर कोने में ये हमारा तिरंगा आन-बान-शान के साथ लहरा रहा है।

उन्होंने कहा, "हिंदुस्तान का कोई कोना, कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैंकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो, जीवन न खपाया हो, यातनाएं न झेली हो, आहुति न दी हो। आज हम सब देशवासियों के लिए ऐसे हर महापुरुष को, हर त्यागी और बलिदानी को नमन करने का अवसर है। "

पीएम ने कहा कि आज का ये दिवस ऐतिहासिक है। एक पूण्य पड़ाव, एक नई राह , एक नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ कदम बढ़ाने का ये शुभ अवसर है।

उन्होंने कहा कि देश कृतज्ञ है मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, असफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल ऐसे अनगिनत ऐसे हमारे क्रांति वीरों ने अंग्रेजों की हुकूमत की नींव हिला दी थी। आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने वाले भी अनेक महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है।

पीएम ने कहा कि अमृत महोत्सव के दौरान देशवासियों ने देश के हर कोने में लक्ष्यावधि कार्यक्रम किये। शायद इतिहास में इतना विशाल, व्यापक, लंबा एक ही मकसद का उत्सव मनाया गया हो। वो शायद एक पहली घटना हुई है।


उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के हर कोने में उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारणवश इतिहास में जगह न मिली, या उनकों भुला दिया गया था। आज देश ने खोज खोज कर ऐसे वीरों, महापुरुषों, बलिदानियों, सत्याग्रहियों को याद किया, नमन किया।

पीएम ने कहा कि आजादी के इतने दशकों के बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर दुनिया खोजने लगी है। विश्व का ये बदलाव, विश्व की सोच में ये परिवर्तन 75 साल की हमारी यात्रा का परिणाम है।

 15 अगस्त का समारोह इस साल विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ का प्रतीक है, इस मौके पर सरकार देश भर में कई विशेष आयोजन कर रही है। 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement