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महामारी में 60-70 हजार में ऑक्सीजन कंसट्रेटर ब्लैक कर रहा था नवनीत कालरा, जानें कैसे चला रहा था गोरखधंधा

दिल्ली में एक ओर ऑक्सीजन की कमी से मौतों के आंकड़ें लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ लोग...
महामारी में 60-70 हजार में ऑक्सीजन कंसट्रेटर ब्लैक कर रहा था नवनीत कालरा, जानें कैसे चला रहा था गोरखधंधा

दिल्ली में एक ओर ऑक्सीजन की कमी से मौतों के आंकड़ें लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ लोग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने कई गिरामी रेस्टोरेंट्स में छापा मार कर लगभग पांच सौ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद किए हैं। शुक्रवार को दिल्ली के पॉश इलाके खान मार्केट में खान चाचा रेस्टोरेंट में भी पुलिस ने छापा मारा जहां से अब तक 425 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जब्त किए जा चुके हैं। पुलिस ने रेस्टोरेंट को सील कर दिया है। वहीं रेस्टोरेंट के मालिक नवनीत कालरा की तलाश की जा रही है।

नवनीत कालरा के स्वामित्व वाले नेगे एड जू बार से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की बरामदगी शुरू हुई थी।जल्द ही इस मामले को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया जाएगा। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कालाबाजारी के तार खान मार्केट से लंदन तक जुड़े हैं।

आपको बता दें कि नवनीत कालरा एक प्रसिद्ध व्यापारी है जो दयान ऑप्टिकल्स और खान चाचा, नेगे एंड जू और टाउन हॉल रेस्टोरेन्ट और बार से जुड़े हैं। जानकारी के मुताबिक नवनीत कालरा ही इस पूरे कालाबाजारी मामले का मास्टरमाइंड है। कालरा की तलाश में दिल्ली पुलिस छापेमारी कर रही है। 

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी में नवनीत कालरा के साथ गगन दुग्गल का नाम भी शामिल है। कहा जा रहा है कि अब तक नवनीत कालरा और दुग्गल की जोड़ी 6 से 7 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेच चुकी है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गुरुग्राम से गौरव खन्ना को गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार गौरव खन्ना ही कंपनी के मालिक गगन दुग्गल के कहने पर रेट तय करता था। मैट्रिक्स कंपनी के नाम पर ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत में आयात हुआ था। कंपनी का मालिक दुग्गल लंदन में रहता है। उसके हिमांचल के मंडी वाले खुल्लर फार्म हाउस से भी दिल्ली पुलिस ने 387 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेट बरामद किया था।

पुलिस के सूत्रों के अनुसार अक्टूबर 2020 से चीन से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को 12,000 से 20,000 रुपये में आयात किया गया था और ऑनलाइन पोर्टर्ल्स और व्हाट्सएप पर 50,000 से 70,000 रुपये में बेचा जा रहा था। पुलिस को इससे संबंधित कई व्हाट्सएप मेसेज मिले हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह कालरा द्वारा भेजे गए थे या नहीं।

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