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विश्व तंबाकू निषेध दिवसः फिक्र के साथ धुएं में जिंदगी भी उड़ती है

हर फिक्र को धुएं में उड़ाने वाले जानते हैं कि धूम्रपान खतरनाक होता है, समस्याओं को हथेली पर तंबाकू के साथ रगड़ने वाले जानते हैं कि इसके सेवन से कष्टप्रद मौत मिलती है। फिर भी इसे तंबाकू सेवन करने वालों की कमी नहीं है। मई की 31 तारीख विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाई जाती है। जागरूकता की हर कोशिश के बाद भी हर दिन धूम्रपान या अन्य तंबाकू उत्पाद के प्रयोग के कारण हर दिन तीस हजार से ज्यादा लोग दम तोड़ देते हैं।
विश्व तंबाकू निषेध दिवसः फिक्र के साथ धुएं में जिंदगी भी उड़ती है

चिकित्सक मानते हैं कि लोगों में भय रहता है लेकिन वे अपनी लत छोड़ नहीं पाते हैं। ज्यादातर ऐसे लोगों में इच्छाशक्ति की कमी रहती है। हालांकि राज्य सरकारें, चिकित्सक भरसक प्रयत्न करते हैं कि लोगों में इसकी लत छूटे। इस बार विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तंबाकू और तंबाकू के अन्य उत्पादों से होने वाली बीमारियों को देखते हुए सन 2017 को ‘विकास में बाधक तंबाकू उत्पाद’  थीम के साथ मनाने का संकल्प रखा है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों बताते हैं कि एक सिगरेट जीवन के 11 मिनट और एक पूरा पैकेट तीन घंटे चालीस मिनट कम कर देता है। तंबाकू उत्पादों के सेवन से देशभर में हर घंटे 137 लोग अपनी जान गंवा देते हैं। दुनिया में यह आंकड़ा 6 सेकेंड प्रति व्यक्ति है। 

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