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महागठबंधन पर फिर पीएम मोदी का निशाना, कहा- उनके पास धनशक्ति, हमारे पास जनशक्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के तहत हटकनंगले, कोल्हापुर, माधा,...
महागठबंधन पर फिर पीएम मोदी का निशाना, कहा- उनके पास धनशक्ति, हमारे पास जनशक्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के तहत हटकनंगले, कोल्हापुर, माधा, सतारा और दक्षिण गोवा के कार्यकर्ताओं से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने महागठबंधन पर एक बार फिर जमकर निशाना साधा। उन्होंने महागठबंधन को नामदारों, भाई-भतीजेवाद का बंधन बताया और कहा कि उनके पास धनशक्ति है, हमारे पास जनशक्ति है। इससे पहले शनिवार को कोलकाता में विपक्ष की रैली पर उन्होंने कहा कि ये लोग मोदी नहीं बल्कि देश की जनता के खिलाफ हैं। ये लोग डर गए हैं।

इन लोगों की पार्टी में लोकतंत्र नहीं

पीएम मोदी ने कहा, ‘गठबंधन उन्होंने भी किया है और हमने भी लेकिन उनका दलों के साथ गठबंधन है और हमारा गठबंधन 125 करोड़ देशवासियों के साथ है। उनके पास धनशक्ति है और हमारे पास जनशक्ति है। जिन लोगों की खुद की पार्टी में लोकतंत्र का नामो-निशान नहीं है, वो आज लोकतंत्र के नाम पर देश को गुमराह कर रहे हैं। जिस मंच से ये लोग देश और लोकतंत्र बचाने की बात कह रहे थे, उसी मंच पर एक नेता ने बोफोर्स घोटाले की याद दिला दी। आखिर सच्चाई छिपती कहां है।

यह नामदारों का गठबंधन

महागठबंधन को पीएम मोदी ने नामदारों का गठबंधन बताते हुए कहा, ‘ये महागठबंधन एक अनोखा बंधन है। ये बंधन नामदारों का बंधन है। ये बंधन भाई-भतीजेवाद का बंधन है। ये बंधन भ्रष्टाचार और घोटालों का बंधन है। ये बंधन नकारात्मकता का बंधन है। ये बंधन अस्थिरता और असमानता का बंधन है।‘

भाजपा कार्यकर्ता देश और समाज की चिंता करने वाला

पीएम मोदी ने कहा, ‘कार्यकर्ताओं के संघर्ष, पार्टी और देश को आगे ले जाने के लिए रात दिन एक करने की तैयारी देखकर बहुत संतोष होता है। भाजपा का कार्यकर्ता चाहे नया हो या पुराना, उसे लेकर लोगों में एक अच्छा प्रभाव होता है, लोगों से उसका एक संपर्क होता है। लोगों को उस पर भरोसा होता है की यह सुख-दुःख में काम आने वाला व्यक्ति है। देश और समाज की चिंता करने वाला व्यक्ति है।‘

आरक्षण का फैसला ऐतिहासिक’

सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण कानून को चुनाव से पहले लागू करने पर पीएम ने कहा, ‘जब जनता के व्यापक हित में हमने ऐसा ऐतिहासिक फैसला लिया है, तो राजनीतिक पार्टियों का विरोध या फिर उनकी ऐसी चालें स्वाभाविक हैं। जो लोग मुझे कहते हैं कि मैंने ये फैसला चुनाव के लिए किया, तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि देश में चुनाव कब नहीं होते? इससे पहले ये फैसला करता, तो लोग बोलते कि पांच राज्यों के चुनाव में फायदे के लिए किया। उससे पहले करता तो कहते कि कर्नाटक चुनाव के लिए किया।‘

‘2022 तक किसानों की आय होगी दोगुनी’

किसानों को लेकर पीएम ने कहा कि 2022 तक उनकी आमदनी दोगुनी हो, इसके लिए भाजपा की सरकार में बीज से बाजार तक फैसले लिए जा रहे हैं। फसल चक्र के हर चरण के दौरान किसानों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पूरे फसल ईको-सिस्टम को किसानों के लिए हितकारी बनाने का काम हो रहा है। इसके लिए हमारी केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर काम कर रही है। इसी का परिणाम है कि हमारे महाराष्ट्र की कृषि आज बदल रही है, संवर रही है। पहले की सरकारें 60-65 साल में महाराष्ट्र में मात्र 32 लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचाई के दायरे में ला पाई थी। लेकिन, पिछले तीन साल में ही यह दायरा 32 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है।

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