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श्रीलंका ने ड्रोन, मानव रहित विमानों पर लगाया प्रतिबंध, बना है बम धमाकों का सिलसिला

श्रीलंका ने बम धमाकों के बाद हवाई क्षेत्र में ड्रोन और मानव रहित विमानों के इस्तेमाल पर अस्थायी तौर पर...
श्रीलंका ने ड्रोन, मानव रहित विमानों पर लगाया प्रतिबंध, बना है बम धमाकों का सिलसिला

श्रीलंका ने बम धमाकों के बाद हवाई क्षेत्र में ड्रोन और मानव रहित विमानों के इस्तेमाल पर अस्थायी तौर पर प्रतिबंध लगा दिया है। रविवार को ईस्टर के मौके पर देश में सबसे भयानक आतंकी हमले में 359 लोग मारे गए थे और 500 से ज्यादा घायल हो गए थे।

इस बीच, प्रशासन लगातार सेना की मदद से तलाशी अभियान चला रहा है और रातभर में कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। देश में घातक हमले के सिलसिले में अब तक 75 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एनटीजे पर हमलों का संदेह

माना जा रहा है कि एक स्थानीय इस्लामी चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के नौ आत्मघाती सदस्यों ने तीन चर्चों और तीन लक्जरी होटलों में विस्फोट किया। गिरफ्तार किये गये अधिकांश लोगों का बम विस्फोट के लिए जिम्मेदार माने जा रहे एनटीजे के साथ संबंध होने का संदेह है। हालांकि, एनटीजे ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है।

फिर हुआ बम धमाका

श्रीलंका में धमाकों का सिलसिला बना हुआ है। इससे पहले गुरुवार सुबह श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से 40 किलो मीटर दूर बम धमाके की आवाज सुनाई दी है। हालांकि, धमाका किस तरह का है इस पर पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। यह जानकारी न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से आई है।

ईस्टर पर हुए थे 8  धमाके

रविवार को ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में कई जगहों पर 8 धमाके हुए थे, तभी से वहां पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, लेकिन अब एक बार फिर यहां धमाके की खबर आना हैरान करने वाली है। श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के दिन हुए विस्फोटों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 359 हो गई थी, जिसमें कई विदेशी और भारतीय नागरिक भी शामिल हैं।

धमाकों में महिला भी शामिल

श्रीलंका के रक्षामंत्री रुवान विजेवारडेने ने पत्रकारों को बुधवार को बताया कि धमाका करने वाले नौ लोगों में से एक महिला भी शामिल है। वहीं, पुलिस प्रवक्ता रुवान गुनसेकरा ने कहा कि अब तक 58 संदिग्धों को देश के विभिन्न क्षेत्रों से गिरफ्तार किया गया है। आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने मंगलवार को हमलों की जिम्मेदारी ली थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने गुनसेकरा के हवाले से बताया कि बुधवार तड़के कम से कम 18 और संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया।

उन्होंने कहा कि वारकापोला में एक घर से पुलिस ने चार वॉकी-टॉकी और एक मोटरसाइकिल बरामद की है जो यहां से लगभग 56 किलोमीटर दूर है। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने बताया कि मारे गए लोगों में कम से कम 34 विदेशी नागरिक हैं।

आईएस ने ली विस्फोट की जिम्मेदारी

इस्लामिक स्टेट ने श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए भयानक आत्मघाती हमलों की मंगलवार को जिम्मेदारी ली। इस अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन ने अपनी प्रचार संवाद समिति 'अमाक के मार्फत एक बयान में कहा, 'परसों श्रीलंका में अमेरिका की अगुवाई वाले गठबंधन के सदस्यों और ईसाइयों को निशाना बनाकर जिन लोगों ने हमला किया, वे इस्लामिक स्टेट समूह के लड़ाके हैं’। इस बयान में हमलावरों की पहचान अबु उबायदा, अबु अल मुख्तार, अबु खलील, अबु हम्जा, अबु अल बारा, अबु मुहम्मद और अबु अब्दुल्लाह के रूप में की गई है। बयान में यह भी बताया गया है कि किसने कहां हमला किया। बयान में यह भी दावा किया है कि इन धमाकों में करीब 1000 लोग या तो मारे गये हैं या घायल हुए हैं।

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