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लोगों की मदद के लिए कांग्रेस के युवा प्रमुख श्रीनिवास बीवी जैसे कई युवाओं को आगे आने की जरूरत : सोनू सूद

पिछले साल मार्च 2020 में कोरोना महामारी के बाद सोनू सूद खबरों में हैं। खास कर उन्होंने प्रवासी मजदूरों को...
लोगों की मदद के लिए कांग्रेस के युवा प्रमुख श्रीनिवास बीवी जैसे कई युवाओं को आगे आने की जरूरत : सोनू सूद

पिछले साल मार्च 2020 में कोरोना महामारी के बाद सोनू सूद खबरों में हैं। खास कर उन्होंने प्रवासी मजदूरों को सोशल मीडिया के माध्यम से उनके गांव तक पहुंचा कर काफी सुर्खियां बटोरी है।आउटलुक की लछमी देब रॉय के साथ एक बातचीत में अभिनेता सोनू सूद ने बताया कि कैसे वह प्रवासी मजदूरों के संपर्क में आए और कैसे उन्होंने इस महामारी से निपटने के लिए उनकी मदद की एवं कैसे वे उनके लिए ताकत का स्त्रोत बनें। 

वास्तविक जीवन के नायक होने के नाते, आप अभी भी लगातार लोगों को महामारी से निपटने में मदद कर रहे हैं। कैसा चल रहा है?

जब मैंने पिछले साल प्रवासियों की मदद करना शुरू किया, तो मुझे लगा जैसे मुझे एक नया परिवार मिल गया हो। मुझे उन सभी से बहुत लगाव हो गया है। वह भी जानते हैं जब भी उन्हें मेरी जरूरत होगी मैं हमेशा खड़ा रहूंगा।

जब महामारी की दूसरी लहर आई तो कई प्रवासी, जिनकी मैंने पहले मदद की थी। वह फिर से मेरे पास आए। प्रवासियों में मुझसे उनकी और उनके परिवार की मदद करने का अनुरोध किया।

अब उनका अनुरोध कई गुना बढ़ गया है। इसे देखकर मुझे लगा जैसे मुझ पर देश के लोगों के प्रति एक बड़ी जिम्मेदारी है। इसके बाद मैंने दूसरी लहर के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करने का फैसला किया। लोग मुझ पर बहुत विश्वास करते हैं, जिससे मुझे उनकी मदद करने की ताकत मिलती है।

आप हालही में कोविड पॉजिटिव हुए थे, लेकिन उसके बाद भी आप लोगों की मदद करने से नहीं रुके-

दरअसल जब मुझे कोरोना हुआ तब मुझे लोगों की मदद करने का और ज्यादा समय मिला। मैं कई मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करने के लिए संपर्क कर रहा था जिससे उन्हें इलाज मिल सके।

मैंने खुद को घर पर आइसोलेट कर लिया था। जिसके कारण ना मैं किसी से मिल रहा था और न कुछ कर रहा था। मेरे पास बहुत समय था। उस वक्त मुझे एहसास हुआ कि मुझे खुद से ज्यादा लोगों को मेरी ज्यादा जरूरत है। जब मैं क्वॉरंटाइन था तब मैं कोशिश करता था कि मैं सभी कॉल का जबाव दे पाऊ।

महामारी के दौरान आपने सबसे कठिन दौर कब देखा?

जब मैं पॉजिटिव आया था तब तीन दिन ठीक से नहीं सो पाया था। 24 घंटे मुझे लोगों के मदद के लिए कॉल आ रहे थे। वह सभी एमरजेंसी केस थे। वह मेरे लिए सबसे कठिन दौर था।

अभी भी मैं रात में 12:30 बजे सोता हूं और 2 बजे उठता हूं, क्योकि मुझे किसी की मदद को अनदेखा करने का दिल नहीं करता।

कल मैं एक महिला को बचाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन मैं उसकी मदद नहीं कर पाया और उसका निधन हो गया। उसका नाम भारती था। मैंने उसे नागपुर से हैदराबाद तक पहुंचाने में मदद की थी। उसे एक महीने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसने कोरोना वायरस के कारण दम तोड़ दिया। काश मैं उसे पहले की तरह बचा पाता। डॉक्टरों ने भी कहा था कि वो जल्दी ठीक हो जाएगी, लेकिन उसकी मौत हो गई। मैं उसकी मौत के लिए बहुत दुखी हूं।

भारतीय युवा कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी को राहत कार्य के लिए 'सोनू सूद' कहा जाता है। इसपर आपका क्या कहना हैं ?

श्रीनिवास एक महान व्यक्ति हैं, जो आम आदमी की मदद करके बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मैं उसे बताना चाहता हूं, 'अच्छा काम जारी रखो, भाई'। इस देश को बचाने के लिए उनके और हम सभी जैसे व्यक्तियों को एक साथ आने की जरूरत है।

इन दौर में लोगों को मजबूत बने रहने में मदद करने के लिए आप लोगों को क्या सलाह देंगे?

हमें अपना ध्यान रखने की जरूरत है, हमें मजबूत रहना है क्योंकि केवल स्वस्थ्य लोग ही जीवित हैं। हमें सभी कोविड संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करना होगा जिसमें मास्क पहनना, अपने हाथों को लगातार साफ करना और भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहना शामिल है।

हमें अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए यह करना होगा। अफसोस की बात है कि हमने कई लोगों को दूसरी लहर में खो दिया है, खासकर कई युवाओं को। इसके साथ ही कोविड ने कई परिवार को एक साथ मिटा दिया।

इसलिए अपने प्रियजनों की देखभाल करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि एक बार चले जाने के बाद कोई कभी वापस नहीं आता। मैं सभी से अनुरोध करूंगा कि वे सुरक्षित रहें खासकर आपके परिवार के लिए।

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