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सॉफ्टबैंक के CEO ने की पुष्टि, देश की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को खरीदेगी वालमार्ट

देश के ई कॉमर्स सेक्टर में सबसे बड़ी डील हो गई है। अमेरिकी रिटेल कंपनी वालमार्ट ई कॉमर्स कंपनी...
सॉफ्टबैंक के CEO ने की पुष्टि, देश की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को खरीदेगी वालमार्ट

देश के ई कॉमर्स सेक्टर में सबसे बड़ी डील हो गई है। अमेरिकी रिटेल कंपनी वालमार्ट ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को खरीदने जा रही है। पीटीआई के मुताबिक, यह डील 16 बिलियन डॉलर में हुई है। वालमार्ट फ्लिपकार्ट के 77 फीसदी स्टेक्स खरीदेगी।

फ्लिपकार्ट के निवेशक सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सन ने इस खबर पर मुहर लगा दी है। सन ने कहा 'पिछली रात को वो अंतिम एग्रीमेंट पर पहुंच गए। ये फैसला हुआ कि फ्लिपकार्ट अमेरिका की वालमार्ट को बेची जाएगी।' 

साथ ही, वालमार्ट ने सिग्नल दिया है कि वो भारतीय मैनेजमेंट को फिलहाल बनाए रखेंगे। अभी ई कॉमर्स कंपनी को को-फाउंडर बिन्नी बंसल चला रहे हैं। इस डील के बाद फ्लिपकार्ट का वैल्युएशन 1.3 लाख करोड़ (21 अरब डॉलर) हो जाएगा। सचिन बंसल अपना 5.5 फीसदी हिस्सा बेचकर कंपनी से पूरी तरह बाहर हो जाएंगे।

फ्लिपकार्ट में कई विदेशी कंपनियों की हिस्सेदारी है। फ्लिपकार्ट और वालमार्ट इस डील पर पिछले एक साल से चर्चा कर रहे हैं। इस डील में सॉफ्टबैंक अपना हिस्सा बेचने जा रहा है। उसकी ई कॉमर्स कंपनी में 20 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है। इससे पहले अमेजॉन ने भी फ्लिपकार्ट को खरीदने के लिए ऑफर दिया था। इस डील के बाद कर्मचारियों का क्या होगा यह अभी तय नहीं है।

अमेजॉन और वॉलमार्ट के बीच होगा कंपटीशन

अभी तक अमेजॉन ई-कॉमर्स में सबसे बड़ी कंपनी है लेकिन वालमार्ट और फ्लिपकार्ट के बीच डील के बाद उसे तगड़ा कंपटीशन मिल सकता है। इससे पहले फ्लिपकार्ट के स्टेक्स खरीदने की रेस में भी अमेजॉन आगे थी, मगर ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें तो फ्लिपकार्ट के बोर्ड मेंबर ने वालमार्ट को तरजीह दी, क्योंकि भारत में वॉलमार्ट की पहुंच कम होने के चलते, उन्हें इसके साथ बिजनेस करना आसान लगा। यही नहीं फ्लिपकार्ट के संस्थापक सचिन और बिन्नी बंसल भी वालमार्ट के साथ डील करना चाहते थे।

सह-संस्थापक सचिन बंसल छोड़ देंगे कंपनी

11 साल पहले बिन्नी बंसल के साथ मिलकर फ्लिपकार्ट को शुरु करने वाले सचिन बसंल इस डील के साथ कंपनी छोड़ देंगे। वहीं बिन्नी बंसल कंपनी के सीईओ के पद पर रहेंगे। खबरों की मानें तो वॉलमार्ट अपने कर्माचारियों को फ्लिपकार्ट के लीगल, फाइनेंस डिपार्टमेंट में बड़े पद पर बैठाएगी।

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की पैनी नजर

भारतीय आयकर विभाग वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट डील पर पैनी नजर बनाए हुए है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने फ्लिपकार्ट से डील संबंधित डीटेल मांगी है, इसके अलावा विभाग ने वॉलमार्ट को भी लेटर भेज कर शेयरहोल्डिंग पैटर्न के बारे में जानकारी मांगी है।

अमेजन को लगेगा बड़ा झटका

इस डील से अमेजन को बड़ा झटका लगने की उम्मीद है क्योंकि अमेजन खुद इस साल 5.5 बिलियन डॉलर औऱ भारतीय मार्केट में लगाने जा रही है। भारत में अमेजन की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए कंपनी के मालिक जेफ बेजोस ये कदम उठाने जा रहे हैं। वॉलमार्ट के भारतीय बाजार में आने से अमेजन के लिए कॉम्पटीशन बढ़ेगा, और अमेजन ऐसा नहीं होने देना चाहेगी।

कैसे हुई थी फ्लिपकार्ट की शुरुआत

10 हजार में शुरू की थी कंपनी- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली से पढ़ाने करने वाले सचिन और बिन्नी ने फ्लिपकार्ट की शुरुआत अक्टूबर 2007 में की थी। शुरू में इसका नाम फ्लिपकार्ट ऑनलाइन सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड था। इतना ही नहीं, ये सिर्फ बुक्स सेलिंग का काम करते थे। दोनों इस कंपनी को शुरू करने से पहले अमेजन डॉट कॉम के साथ काम कर चुके थे। सचिन और बिन्नी बताते हैं कि दोनों ने सिर्फ 10 हजार रुपए से अपनी कंपनी को शुरू किया था, जो आज 2000 करोड़ डॉलर यानी 1.32 लाख करोड़ रुपये की कंपनी हो गई।

दो बेडरूम के फ्लैट से की थी शुरुआत

सचिन और बिन्नी ने अपनी कंपनी की शुरुआत बेंगलुरु से की थी। दोनों ने दो-दो लाख रुपए मिलाकर एक अपार्टमेंट में दो बेडरूम वाला फ्लैट किराए पर लिया और दो कम्प्यूटर के साथ कंपनी शुरू की। हालांकि, कंपनी शुरू करने के 10 दिन तक कोई सेल नहीं हुई। इसके बाद, आंध्र प्रदेश के एक कस्टमर ने पहला ऑर्डर बुक किया। ये एक किताब थी जिसका नाम 'Leaving Microsoft to Change the World' और राइटर जॉन वुड थे। बीते सालों में फ्लिपकार्ट फर्श से अर्श पर पहुंच चुकी है और बेंगलुरु में कंपनी के कई ऑफिस हैं।

सरनेम एक, लेकिन रिश्ता नहीं

सचिन बंसल और बिन्नी बंसल इन दोनों नाम को सुनकर ऐसा लगता है कि ये भाई होंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। दोनों के सरनेम भले ही एक हैं, लेकिन दोनों सिर्फ बिजनेस पार्टनर हैं। इन दोनों में कुछ समानताएं और भी हैं, जैसे दोनों चंडीगढ़ के रहने वाले हैं और दोनों की स्कूलिंग सेंट ऐनी कॉन्वेंट स्कूल, चंडीगढ़ से हुई हैं। इतना ही नहीं, दोनों इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली से साथ पढ़े हैं। सचिन ने साल 2005 में IIT करने के बाद एक कंपनी टेकस्पेन ज्वाइन कर ली थी। जहां सिर्फ कुछ महीने ही काम किया। इसके बाद उन्होंने अमेजन में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम किया। साल 2007 में दोनों ने अपनी कंपनी फ्लिपकार्ट को शुरू किया।

ई-कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट गैजेट्स के साथ इलेक्ट्रॉनिक, होम अप्लायंस, क्लॉथ, किचिन अप्लायंस, ऑटो एंड स्पोर्ट्स एक्सेसरीज, बुक्स एंड मीडिया, ज्वैलरी के साथ अन्य प्रोडक्ट भी सेल करती है। इस साइट की खास बात ये है कि ज्यादातर प्रोडक्ट्स पर बिग डिस्काउंट मिलता है। वहीं, यूजर्स के पास शॉपिंग के लिए कैश ऑन डिलीवरी, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, ई-गिफ्ट बाउचर, कूपन कोड जैसे कई ऑप्शन मौजूद होते हैं।

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