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अब भारत ने Nasal वैक्सीन के ट्रायल को दी मंजूरी, कई देशों को पीछे छोड़ा

भारत में 16 जनवरी के टीकाकरण का पहला फेज शुरू हो चुका है। अभी तक दो वैक्सीन को वैक्सीनेशन की मंजूरी दी गई...
अब भारत ने Nasal वैक्सीन के ट्रायल को दी मंजूरी, कई देशों को पीछे छोड़ा

भारत में 16 जनवरी के टीकाकरण का पहला फेज शुरू हो चुका है। अभी तक दो वैक्सीन को वैक्सीनेशन की मंजूरी दी गई है। अब कोरोना के खिलाफ जंग में भारत ने एक और वैक्सीन नसल के ट्रायल को मंजूरी दे दी है। एक्सपर्ट कमेटी ने भारत बायोटेक के पहले और और दूसरे चरण के ट्रायल की इजाजत दी है।

इस वैक्सीन को नाक के जरिए दिया जाता है, जबकि अभी तक भारत में जिन दो वैक्सीन (कोविशील्ड, कोवैक्सीन) को मंजूरी मिली है वो हाथ पर इंजेक्शन लगाकर दी जा रही है। बताया जाता है कि नागपुर में इस वैक्सीन के पहले और दूसरे फेज का ट्रायल किया जाएगा।

भारत बायोटेक के डॉ. कृष्णा इल्ला के मुताबिक, उनकी कंपनी ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के साथ करार किया है। इस  वैक्सीन में दो की बजाय सिर्फ एक ही डोज देने की जरूरत होगी। रिसर्च में पाया गया है कि ये काफी बेहतरीन ऑप्शन है।ननाक से दी जाने वाली वैक्सीन इंजेक्शन वाली वैक्सीन से बेहतर है।

भारत में 16 जनवरी के टीकाकरण का पहला फेज शुरू हो चुका है। अब तक पूरे देश में 3,81,305 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। आने वाले दिनों में भारत अमेरिका को पीछे छोड़ देगा। वहीं दूसरी तरफ भारत ने नेजल वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी दे दी है। यानी नाक से दी जाने वाली वैक्सीन जल्द ही आएगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार तक देश में 3,81,305 लोगों का टीकाकरण हुआ। प्रतिकूल असर के 580 मामले सामने आए हैं। डेथ रेट 140 से भी कम हो गया है। टीकाकरण के बाद मात्र 0.18 फीसदी लोगों में दुष्प्रभाव देखा गया, जो दुनिया मे सबसे कम है।

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