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ऑस्ट्रेलियाई अखबारों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा जीते क्रिस गेल

एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया समूह वेस्ट इंडीज के स्टार क्रिकेटर क्रिस गेल द्वारा दायर 300,000  ऑस्ट्रेलियाई...
ऑस्ट्रेलियाई अखबारों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा जीते क्रिस गेल

एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया समूह वेस्ट इंडीज के स्टार क्रिकेटर क्रिस गेल द्वारा दायर 300,000  ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (211,000 अमेरिकी डॉलर)के मानहानि के मुकदमे के खिलाफ अपील हार गया है। पूर्व मीडिया समूह फेयरफैक्स ने गेल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने विश्व कप 2015 के दौरान सिडनी में ड्रेसिंग रूम में मालिश करने वाली एक महिला को अपने गुप्तांग दिखाए थे। फेयरफैक्स मीडिया सिडनी मार्निंग हेरल्ड और द ऐज का प्रकाशन करता है। 

उन्हें बर्बाद करने पर तुले हैं अखबार

गेल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया था कि 2016 में अखबार में सिलसिलेवार छपी खबरों के जरिए वे पत्रकार उन्हें बर्बाद करने पर तुले हैं। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में मानहानि का मुकदमा जीता, क्योंकि ज्यूरी को लगा कि फेयरफैक्स के आरोप दुर्भावनापूर्ण है और वे उन्हें साबित भी नहीं कर सके हैं। मीडिया समूह ने इस फैसले के खिलाफ अपील दायर की और कहा कि उनकी निष्पक्ष सुनवाई नहीं हुई है।

पहले भी जीते थे मुकदमा

आपको बता दें कि वेस्टइंडीज के स्टार क्रिकेटर क्रिस गेल ने पिछले साल अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के इस मीडिया ग्रुप के खिलाफ तीन लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा) का मानहानि का मुकदमा जीता था। फेयरफैक्स मीडिया ने 2016 में सिलसिलेवार रिपोर्ट्स में गेल पर आरोप लगाया था। फेयरफैक्स मीडिया सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड और द ऐज का प्रकाशन करता है। 

न्यू साउथ वेल्स सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस लूसी मैकुलम ने कंपनी को भुगतान का निर्देश देते हुए कहा कि इन आरोपों से गेल की साख को काफी ठेस पहुंची है। फेयरफैक्स ने इसके बाद उस फैसले के खिलाफ तुरंत अपील की थी, लेकिन वह यह अपील भी हार गया। 

यह था सारा विवाद

बता दें कि एक कैरेबियाई महिला ने गेल पर आरोप लगाया था कि 2015 वर्ल्ड कप के दौरान सिडनी ड्रेसिंग रूम में गेल उनके सामने नग्न हो गए थे। फेयरफैक्स मीडिया ने उस महिला के हवाले से गेल पर ये आरोप लगाया था, जिसके बाद गेल ने मीडिया समूह पर छवि खराब करने के लिए मानहानि का मुकदमा ठोका था। हालांकि, कोर्ट ने सबूतों के भाव में गेल को इस आरोप से बरी कर दिया था।

पुख्ता सबूत ना मिलने से बरी कर दिया था

चार सदस्यीय पीठ ने दो घंटे से कम में इस मामले पर सुनवाई के बाद अपने फैसले में कहा था कि सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड, द एज और कैनबरा टाइम्स प्रकाशित करने वाले फेयरफैक्स मीडिया की जनवरी 2016 में छापी गई खबर को सही ठहराने के लिए पुख्ता सबूत नहीं है और मीडिया ने इस मामले में ठीक ढंग से अपनी भूमिका नहीं निभाई है।

अपनी लाइफस्टाइल की वजह से पहले भी आलोचना झेल चुके हैं

क्रिस गेल मैदान के बाहर अपनी लाइफस्टाइल के कारण पहले भी कई बार आलोचना झेल चुके हैं। मैच के दौरान लाइव सेशन में एक महिला पत्रकार से फ्लर्ट करने को लेकर उनकी काफी आलोचना हुई थी। उस मामले में गेल ने तुरंत ही माफी मांग ली थी और कहा था कि उनका उद्देश्य किसी महिला का अपमान करना नहीं था। 

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