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1984 दंगा: सज्जन को सजा के बाद जेटली ने कांग्रेस को घेरा, सिब्बल बोले- कमलनाथ दोषी तो मोदी भी दोषी

 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर 34 साल बाद आज आए दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के बाद राजनीति गरमा गई है।...
1984 दंगा: सज्जन को सजा के बाद जेटली ने कांग्रेस को घेरा, सिब्बल बोले- कमलनाथ दोषी तो मोदी भी दोषी

 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर 34 साल बाद आज आए दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले के बाद राजनीति गरमा गई है। जहां भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का एक अच्छा मौका मिल गया है वहीं, कांग्रेस अपना बचाव करने में लगी हुई है। सज्जन कुमार को दंगों के आरोप में सजा मिलने के बाद कमलनाथ के ऊपर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं जो आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे। वहीं, कांग्रेस ने भी भाजपा को गुजरात दंगों की याद दिलाई है और पीएम मोदी को घेरा।

इस मामले पर आए फैसले के बाद कांग्रेस का कहना है कि अदालत के फैसले को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। सज्जन किसी पद पर नहीं हैं और न ही उन्हें टिकट दिया गया।  

अगर कमलनाथ दोषी तो मोदी भी दोषी: कांग्रेस

सिख दंगों में हाई कोर्ट के फैसले के बाद कमलनाथ के ऊपर उठने वाले सवाल पर कपिल सिब्बल ने कहा, 'गुजरात में माया कोडनानी की गिरफ्तारी हुई और दोषी करार दी गईं उसके पीछे जो लोग थे उन्हें सजा मिलनी चाहिए। वो लोग तब चीफ मिनिस्टर थे अब प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री को माया कोडनानी और ऐसे लोगों से दूरी रखनी चाहिए।

सिब्बल ने कहा, 'सज्जन कुमार को न तो टिकट दिया गया, न उनके पास कोई पद है, जबकि गुजरात में 

जो लोग दंगों में शामिल थे, उन्हें पद दिया गया। जहां तक कमलनाथ का सवाल है, वही बात केंद्र में हो रही है, वो कैसे प्रधानमंत्री बने हुए हैं? जांच तो इसकी भी पूरे तरह से होनी चाहिए। अरुण जेटली अगर बेबुनियाद आरोप लगाते हैं तो हम भी कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री जी थोड़ा इंसाफ कीजिए।'

'अरुण जेटली जी आपसे यह उम्मीद नहीं थी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर पलटवार किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'अरुण जेटली जी आपसे यह उम्मीद नहीं थी। कमलनाथ जी पर ना तो इस प्रकरण में कोई एफआईआर  है ना चार्जशीट है और ना किसी अदालत में कोई प्रकरण है। 91 से केंद्र में मंत्री रहे तब आपको कोई आपत्ति नहीं थी, अब आपको क्या हो गया?'

जेटली ने किया कोर्ट के फैसले का स्वागत

सज्जन कुमार पर दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के बाद अरुण जेटली ने कमलनाथ को घेरा। वित्त मंत्री ने कहा, 'आज जो दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला आया है, निचली अदालत के फैसले को बदला है और 1984 के सिख विरोधी दंगों के प्रतीक सज्जन कुमार को दंगों के लिए दोषी बताया गया, हम इसका स्वागत करते हैं। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण नरसंहार था, बच्चों को महिलाओं को घरों से निकाल कर हत्या कर दी गई। कांग्रेस पार्टी ने न्याय दिलवाने के बजाए इस पर पर्दा डालने का प्रयास किया। ये पाप कांग्रेस के सिर नहीं हट सकता।'

जेटली ने कहा, 'जांच कमीशन ने कह दिया कि इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं थी, जिस जिस कमेटी ने कांग्रेस के लोगों की तरफ इशारा किया, उस कमेटी को बदल दिया गया। ये फैसला उस दिन आया है जिस दिन सिख समाज दंगों के लिए दोषी मानता है, कांग्रेस पार्टी आज उस नेता को मुख्यमंत्री की शपथ दिलवा रहा है। हम इस फैसले का स्वागत इसलिए करते हैं क्योंकि देर से ही सही फैसला आया है।' सिख दंगों पर माफी के सवाल पर वित्तमंत्री ने कहा कि अगर आप हजारों लोगों की हत्या करवाकर माफी मांग लेंगे तो सजा किसको होगी?

राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी जवाब दे: ओपी सिंह

भाजपा नेता ने ओपी सिंह कहा, 'दंगा कांग्रेस ने करवाया था, राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी जवाब दे। क्या कमलनाथ को अब भी मुख्यमंत्री बनाएंगे। कमलनाथ के खिलाफ भी इसी तरह का मामला है’।

बीजेपी नेता तेजिंदर बग्गा ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और सज्जन कुमार के लिए फांसी की मांग करेंगे। इसके साथ ही हम कमलनाथ और जगदीश टाइटलर के लिए भी फांसी की मांग करेंगे।

कांग्रेस हत्यारों को मुख्यमंत्री बना रही है: अकाली दल

अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि हमने इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ी है। हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जबतक इनके लिए हम सजाए मौत नहीं लेकर आते। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी या तो अपने पद से इस्तीफा दें या फिर इन हत्यारों को पार्टी से बाहर करें। कांग्रेस हत्यारों को मुख्यमंत्री बना रही है।

दिल्ली हाईकोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाते हुए सिख दंगों को राजनीतिक षड्यंत्र बताया था। जिसपर टिप्पणी करते हुए वित्त मंत्री अरुण ने कहा कि इस राजनीतिक षड्यंत्र के पीछे जिन लोगों का हाथ था उन्हें सजा मिलनी चाहिए। इसके जवाब में कांग्रेस का कहना है कि गुजरात में 2002 में जो दंगे हुए उन्हें भी अदालत ने षड्यंत्र बताया था। ऐसे में दंगों की आरोपी माया कोडनानी के पीछे जो लोग थे उन्हें भी सजा मिलनी चाहिए।

'राहुल गांधी को कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए

संबित पात्रा ने कहा, 'राहुल गांधी को कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। कमलनाथ जी का नाम नानावटी आयोग को सौंपी गई रिपोर्ट के हलफनामे और सबूत से हटा दिया गया था। एक शख्स जो सिख विरोधी दंगों में शामिल था उसे मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया है। मिस्टर राहुल गांधी को उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए।'

कमलनाथ पर थे ये आरोप

कमलनाथ पर आरोप थे कि सिख दंगों के दौरान गुरुद्वारा रकाब गंज की घेराबंदी के दौरान वे वहां दो घंटे तक मौजूद थे और उन्होंने भीड़ का संचालन किया। कमलनाथ ने इस मामले में खुद को निर्दोष बताया था, उनका कहना था कि वे वहां पार्टी के कहने पर भीड़ को गुरुद्वारे पर हमला करने से रोकने के लिए गए थे। सज्जन सिंह को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद भाजपा को बैठे-बैठाए कमलनाथ के खिलाफ एक मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस द्वारा मध्य प्रदेश के सीएम के लिए कमलनाथ के नाम का ऐलान होने के बाद चंडीगढ़ में शिरोमणी अकाली दल, शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और आप के विधायक सुखपाल खैरा ने इसका विरोध किया था।

सिख दंगों पर क्या बोले थे राहुल गांधी

लंदन में राहुल गांधी ने सिख दंगों के सवाल पर कहा था, 'मेरे मन में उसके बारे में कोई भ्रम नहीं है। यह एक त्रासदी थी, यह एक दुखद अनुभव था। आप कहते हैं कि उसमें कांग्रेस पार्टी शामिल थी, मैं इससे सहमति नहीं रखता। निश्चित तौर पर हिंसा हुई थी, निश्चित तौर पर वह त्रासदी थी। मुझे लगता है कि किसी के भी खिलाफ कोई भी हिंसा गलत है। भारत में कानूनी प्रक्रिया चल रही है लेकिन जहां तक मैं मानता हूं उस समय कुछ भी गलत किया गया तो उसे सजा मिलनी चाहिए और मैं इसका 100 फीसदी समर्थन करता हूं।'

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