Advertisement

केजरीवाल के शपथ ग्रहण पर राजनीति, विपक्ष का आरोप- भीड़ जुटाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग

आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा है कि ‘दिल्ली के निर्माण’ में योगदान देने...
केजरीवाल के शपथ ग्रहण पर राजनीति, विपक्ष का आरोप- भीड़ जुटाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग

आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा है कि ‘दिल्ली के निर्माण’ में योगदान देने वाले 50 लोगों के साथ शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अरविंद केजरीवाल मंच साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि इन 50 लोगों में शिक्षक, बस मार्शल्स, सिग्नेचर ब्रिज के आर्किटेक्ट और अन्य लोगों के अलावा जान गवाने वाले अग्निशमन कर्मियों के परिवार भी शामिल होंगे। आगे कहा, "स्कूल के प्रिंसिपल, चपरासी, जय भीम योजना से वंचित छात्र, मोहल्ला क्लिनिक डॉक्टर, बाइक एम्बुलेंस ड्राइवर आदि लोगों को भी आमंत्रित किया गया है।" इसके बाद विपक्ष ने सीएम केजरीवाल के दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में भीड़ जुटाने केलिए सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों में से 'आप' को 62 और भाजपा को 8 सीट मिली है।

वहीं, दिल्ली के शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने रविवार को अपने विभाग के अधिकारियों, शिक्षकों और प्रिंसिपलों को मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए एक सर्कुलर जारी किया है।

बीजेपी ने उठाए सवाल

इन सभी लोगों को आमंत्रित किए जाने के बाद राजनीति तेज हो गई है। दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता प्रवीण शंकर ने ट्वीट करते हुए कहा, “मुफ्त योजनाओं की बदौलत भले ही ‘आप’ चुनाव जीत गई हो, उनके पास पर्याप्त विधायक है लेकिन जनता का सपोर्ट नहीं है।” आगे कहा, “शपथ ग्रहण समारोह में लोगों के शामिल नहीं होने का ‘आप’ को डर है। इसलिए सरकार ने अनिवार्य रूप से 30 हजार शिक्षकों को उपस्थित होने के लिए सर्कुलर जारी किया है।

कांग्रेस: भीड़ इकट्ठा करने के लिए सत्ता का दुरुपयोग

इस मूद्दे पर कांग्रेस भी ‘आप’ को घेरने में पीछे नहीं रहीं। दिल्ली कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए कहा, “सरकारी स्कूल के शिक्षकों को अरविंद केजरीवाल सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचने के लिए सरकारी आदेश जारी किया गया है। यह स्पष्ट है कि भीड़ इकट्ठा करने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है।” उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से इस मामले में संज्ञान लेने का आग्रह करते हुए कहा है कि यह जांच का विषय है।

इस पूरे मामले पर सफाईं देते हुए डीओई के वरिष्ठ अधिकारी कहा है कि इसे अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए। यह निमंत्रण और सर्कुलर ‘आप’ सरकार के शिक्षा मॉडल मंष उनके योगदान के सम्मान के रूप में आमंत्रित किया गया है।

पुराने चेहरे ही लेंगे शपथ

बता दें, अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ 6 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। ये सारे केजरीवाल मंत्रिमंडल के पुराने चेहरे ही है। खबरों के मुताबिक केजरीवाल ने दूसरे दलों के नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्योता नहीं दिया है। वहीं, शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है। ‘आप’ ने पीएम मोदी को इस बाबत निमंत्रण पत्र भेजा है लेकिन, भाजपा सूत्रों के मुताबिक पीएम दिल्ली में न होने की वजह से समारोह में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad