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कोरोना वायरस को लेकर बोला स्वास्थ्य विभाग- टीका बनने में लगेंगे दो साल, शुरू किए गए 15 लेबोरेटरी

जानलेवा कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है। ज्वाइंट सेक्रेटरी...
कोरोना वायरस को लेकर बोला स्वास्थ्य विभाग- टीका बनने में लगेंगे दो साल, शुरू किए गए 15 लेबोरेटरी

जानलेवा कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है। ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने गुरुवार को कहा है कि देश भर में 52 परीक्षण केंद्र खोले गए है जबकि 56 केंदों पर सैंपल एकत्रित किए जा रहे है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोकसभा में कहा कि नमूने की जांच के लिए 15 लेबोरेटरी शुरू किए गए है। हर्षवर्धन ने कहा कि महाराष्ट्र से 11 मामले सामने आए है जबकि उत्तर प्रदेश से 10 मामले पाए गए है। इससे इतर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कहा है कि कोरोना वायरस को अलग करने में हम कामयाब रहे हैं। हमारे पास 11 ऐसे आइसोलेट्स हैं। हालांकि, इस वायरस को लेकर टीका बनने में कम से कम डेढ़ से 2 साल का समय लगेगा।

बता दें  कि भारत में अब तक 73 पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हो चुकी है जिसमें 56 भारतीय और 17 विदेशी है। वहीं, दुनिया भर में करीब 1,26,000 लोग इस वायरस से संक्रमित है। चीन सहित दुनिया भर में मरने वालों संख्या 4,600 से ज्यादा हो चुकी है। 

मंत्रालय ने कहा

सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा कि लगभग एक लाख टेस्टिग किट्स हमारे पास उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि अब तक भारत सरकार ने मालदीव, म्यांमार,बांग्लादेश, चीन, अमेरिका, मेडागास्कर, श्रीलंका, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू जैसे 48 अन्य देशों से करीब 9 सौ भारतीय नागरिकों को निकाला है।

6 हजार भारतीय ईरान में फंसे 

वहीं, गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में बताया कि ईरान में 6 हजार भारतीय फंसे हुए हैं। इनमें से महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के 1,100 तीर्थयात्री और 3 सौ छात्र शामिल हैं। तीर्थयात्रियों को वापस लाने पर प्रारंभिक ध्यान है,जो ज्यादातर क्योम में फंसे हुए हैं। ईरान में फंसे 529 भारतीयों में से 229 संक्रमित नहीं हैं। ईरानी कानून सख्त होने के कारम भारतीयों को निकालने में दिक्कत हो रही है।

कोरोना को डब्ल्यूएचओ ने घोषित किया महामारी

इस बीच, कोरोनावायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने महामारी घोषित कर दिया है। संगठन ने कहा कि समाज और अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए हम कई सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। चीन, इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से 15फरवरी के बाद आने वाले यात्रियों को कम से कम 14दिन आइसोलेशन में रखा जाएगा। 

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