Advertisement

राहत: 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को वैक्सीन की बूस्टर डोज से पहले अब नहीं दिखाना होगा ये डॉक्यूमेंट, मंत्रालय ने किया स्पष्ट

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को स्पष्ट किया है कि क्या 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लेने...
राहत: 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को वैक्सीन की बूस्टर डोज से पहले अब नहीं दिखाना होगा ये डॉक्यूमेंट, मंत्रालय ने किया स्पष्ट

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को स्पष्ट किया है कि क्या 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लेने के लिए डॉक्टर द्वारा बनाई गयी कोई प्रमाण पत्र जमा करने की आवश्यकता होगी।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि कोमोरबीडीटी वाले 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) लेते समय डॉक्टर का कोई प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं होगी।

मंत्रालय ने कहा, "ऐसे व्यक्तियों से अपेक्षा की जाती है कि वे एहतियाती खुराक लेने का निर्णय लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लें।"

मंत्रालय ने सोमवार को 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के टीकाकरण और स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए एहतियाती खुराक के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे।

मंत्रालय ने कल जारी अपने दिशा-निर्देशों में कहा था कि जिन स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को दो खुराकें मिली हैं, उन्हें 10 जनवरी 2022 से टीके की एक और खुराक दी जाएगी।

दिशानिर्देशों में कहा गया था कि स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और हार्ट जैसे गंभीर बीमारियों से पीड़ित 60 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों को बूस्टर डोज लगाई जाएगी। लेकिन ये उन्हीं लोगों को लगेगी, जिनके दूसरी खुराक लेने के 9 महीने या 39 हफ्ते पूरे हो चुके हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad