Advertisement

केरल की 'मदर टेरेसा' नन मरियम थ्रेसिया को 93 साल बाद मिली संत की उपाधि

पोप फ्रांसिस ने वैटिकन सिटी में रविवार को भारतीय नन मरियम थ्रेसिया और चार अन्य लोगों को संत की उपाधि दी...
केरल की 'मदर टेरेसा' नन मरियम थ्रेसिया को 93 साल बाद मिली संत की उपाधि

पोप फ्रांसिस ने वैटिकन सिटी में रविवार को भारतीय नन मरियम थ्रेसिया और चार अन्य लोगों को संत की उपाधि दी है। केरल की नन मरियम थ्रेसिया को संत की उपाधि मिलने से वहां के कैथॉलिक चर्चों में खासा उत्साह दिखाई दिया। उनसे पहले राज्य के तीन लोगों को संत की उपाधि मिल चुकी है। थ्रेसिया को उनके निधन के 93 साल बाद यह उपाधि दी जा रही है।

इन चार लोगों को भी मिला सम्मान

वेटिकन सिटी में हुए कार्यक्रम में सिस्टर थ्रेसिया के अलावा ब्रिटिश कार्डिनल जॉन हेनरी न्यूमैन, स्विटजरलैंड की मारग्यूराइट बेज, ब्राजील की सिस्टर ड्यूल्स लोप्स और इटली की सिस्टम गिजेपिना वेनिनी को भी संत की उपाधि प्रदान की गई।

पीएम मोदी ने भी जिक्र किया था

केरल के त्रिशूर जिले के पुथेनचिरा में जन्मीं मरियम थ्रेसिया की तुलना मदर टेरेसा से की जाती रही है। बता दें कि 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी थ्रेसिया का जिक्र करते हुए कहा था कि हमारे लिए गर्व की बात है कि उन्हें संत की उपाधि दी जा रहा हौ। 19वीं सदी में महिलाओं की शिक्षा के लिए काम करने वाली मरियम थ्रेसिया ने तमाम स्कूलों की स्थापना की थी।

होली फैमिली नाम की धर्मसभा स्थापित की
सिस्टर मरियम ने होली फैमिली नाम की एक धर्मसभा की स्थापना की थी। वेटिकन सिटी में मौजूद एक दस्तावेज के मुताबिक, उन्होंने कई स्कूल, हॉस्टल, अनाथालय और कॉन्वेंट बनवाए और संचालित किए। सिस्टर मरियम को लड़कियों की शिक्षा और उनके सशक्तीकरण के लिए किए गए कामों के लिए भी याद किया जाता है। 1914 में उनके द्वारा स्थापित इस संस्था में अब करीब 2000 नन हैं।

मृत्यु के 93 साल बाद मिला सम्मान
केरल में सामाजिक उत्थान के कामों के लिए विख्यात रहीं सिस्टर मरियम को मदर टेरेसा की तरह माना जाता है। अंतर बस इतना है कि सिस्टर मरियम को उनके देहांत के करीब 93 सालों बाद इस सम्मान से सम्मानित किया गया। 26 अप्रैल 1876 को केरल के त्रिशूर जिले में जन्मीं सिस्टर मरियम 50 साल की उम्र में 8 जून 1926 को दुनिया को छोड़ गई थीं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement