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युवराज सिंह ने चयनकर्ताओं पर साधा निशाना, कहा हमें निश्चित तौर पर बेहतर चयन समिति की जरूरत

पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली राष्ट्रीय चयन समिति पर निशाना साधते...
युवराज सिंह ने चयनकर्ताओं पर साधा निशाना, कहा हमें निश्चित तौर पर बेहतर चयन समिति की जरूरत

पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली राष्ट्रीय चयन समिति पर निशाना साधते हुए कहा कि टीम को निश्चित तौर पर बेहतर चयन समिति की जरूरत है क्योंकि आधुनिक क्रिकेट को लेकर मौजूदा समिति की सोच का जो स्तर होना चाहिए वैसा नहीं है। बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज ने कहा कि हमें बेहतर चयनकर्ताओं की जरूरत है।

आधुनिक क्रिकेट को ध्यान में रखकर करना होगा चयन

युवराज सिंह ने कहा कि चयनकर्ताओं का काम आसान नहीं होता है। जब भी वे 15 खिलाड़ियों का चयन करेंगे तब ऐसी बातें होंगी कि उन 15 खिलाड़ियों का क्या होगा जो टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे। यह मुश्किल काम है, लेकिन मेरी समझ में आधुनिक क्रिकेट को लेकर उनकी सोच उस स्तर तक नहीं है जैसी होनी चाहिए थी।

खिलाड़ियों के हितों की रक्षा करना अहम

उन्होंने आगे कहा कि मैं हमेशा से खिलाड़ियों के हितों की रक्षा का समर्थन करता हूं। आपके असली चरित्र के बारे में तभी पता चलता है जब खिलाड़ी का समय साथ नहीं देता है और आप उसे प्रेरित करते हैं। बुरे समय में हर कोई बुरी बात करता है। हमें निश्चित रूप से बेहतर चयनकर्ताओं की जरूरत है।

गांगुली लाऐंगे बदलाव

युवराज सिंह ने दावा किया कि देश के कई क्रिकेटर अपना स्थान गंवाने के डर से थके होने के बावजूद विश्राम नहीं लेते और उम्मीद जताई कि सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद इसमें बदलाव आएगा। निजी लीग में खेलने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले युवराज ने खिलाड़ियों के संघ का भी समर्थन किया।

कई बार क्रिकेटरों की मरजी के बिना उन्हे खिलाया जाता है

युवराज ने कहा हम इसके हकदार हैं क्योंकि कई बार हमें क्रिकेट खेलने के लिए कहा जाता है जबकि हम ऐसा नहीं चाहते। हमें इस दबाव में खेलना होता है कि अगर हम नहीं खेलते हैं तो हमें बाहर कर दिया जाएगा। खिलाड़ियों पर से यह दबाव खत्म होना चाहिए कि अगर वे थके हुए हैं या चोटिल हैं उन्हें तब भी खेलना होगा।

दिया ग्लेन मैक्सवेल का उदाहरण

युवराज ने ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल का उदाहरण दिया जिन्होंने मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मसले के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विश्राम लिया और बोर्ड ने उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा, "हमारे खिलाड़ी ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें अपनी जगह गंवाने का डर रहता है इसलिए खिलाड़ियों का संघ बेहद महत्वपूर्ण है। सौरव के अध्यक्ष बनने के बाद भारतीय क्रिकेट में कई नई चीजें होंगी। एक बेहद सफल कप्तान क्रिकेटरों के हितों को ध्यान में रखेगा जहां खिलाडियों की बातें भी सुनी जा सकती है। ऐसा पहले नहीं हुआ। अब वह क्रिकेटरों की बात भी सुनेंगे कि वे क्या चाहते हैं।

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