Advertisement

वर्ल्ड कप फाइनल: इंग्लैंड ने 17 ओवर में दो विकेट गवांकर 60 रन बनाए, सधी शुरुआत

  रविवार को लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड ने 17 ओवर में दो विकेट खोकर 60 रन बना...
वर्ल्ड कप फाइनल: इंग्लैंड ने 17 ओवर में दो विकेट गवांकर 60 रन बनाए, सधी शुरुआत

रविवार को लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड ने 17 ओवर में दो विकेट खोकर 60 रन बना लिए हैं। न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को 242 रन का लक्ष्य दिया है। न्यूजीलैंड की तरह इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने सधी शुरुआत की। इसके बावजद उसके दो विकेट गिर गए। इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो और इयॉन मॉर्गन इस समय क्रीज पर हैं। जेसन रॉय 17 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें मैट हेनरी ने टॉम लाथम के हाथों कैच आउट कराया। जो रूट 7 रन बनाकर ग्रैंडहम की गेंद पर आउट हो गए। इससे पहले ग्रैंडहोम ने ही 11वें ओवर में जो रूट का कैच छोड़ा था। तब रूट सिर्फ 2 रन पर खेल रहे थे।

इससे पहले टॉस जीतकर न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में 8 विकेट पर 241 रन बनाए। उसके लिए हेनरी निकोलस ने 55 और टॉम लाथम ने 47 रन की पारी खेली। इंग्लैंड के लिए लियम प्लंकेट और क्रिस वोक्स ने 3-3 विकेट लिए। निकोलस ने वर्ल्ड कप में अपना पहला और करियर का 9वां अर्धशतक लगाया। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था। न्यूजीलैंड ने शुरुआत में काफी सावधानी से खेला और विकेट बचाने पर ज्यादा ध्यान दिया लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, उसने रन बनाने का प्रयास तेज कर दिया।

लॉर्ड्स में खेले जा रहे आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के फाइनल में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। दोनों देशों का यह मुकाबला इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि क्रिकेट के सबसे बड़े सम्मान, 50 ओवर फॉर्मेट का वर्ल्ड कप दोनों देशों ने एक बार भी नहीं हासिल किया है। न्यूजीलैंड के नाम एक चैंपियंस ट्रॉफी और इंग्लैंड के खाते में एक वर्ल्ड टी20 ट्रॉफी जरूर है मगर फाइनल और सेमीफाइनल तक के सफर के बावजूद यह दोनों देश वर्ल्ड कप की सुनहरी ट्रॉफी से दूर ही रहे हैं। 

कौन किस पर भारी

बल्लेबाजी के मोर्चे पर इंग्लैंड जहां पूरी तरह आश्वस्त कहा जा सकता है वहीं कीवी खेमे में ऐसी निश्चिंतता कतई नहीं दिखती है। फाइनल तक का इनका सफर मूल रूप से कप्तान केन विलियमसन के कंधे पर तय हुआ है। टॉप-5 में शुमार कीवी कप्तान के नाम 9 मैचों में 548 रन (ऐवरेज 91.33) हैं।

उतार-चढ़ाव भरे प्रदर्शन के बीच रॉस टेलर ने भी 9 मैचों में 335 रन (ऐवरेज 41.87) जोड़े हैं। वह जितने बड़े खिलाड़ी हैं इस वर्ल्ड कप में उतने भरोसमंद साबित नहीं हुए हैं। सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड की मुश्किल पिच पर थोड़ा जमकर खेलने के बाद संभव है कि उनका कॉन्फिडेंस लौटा हो। 

वैसे न्यूजीलैंड के पास मार्टिन गप्टिल के रूप में एक विध्वंसक बल्लेबाज भी है। कोलिन डी ग्रैंडहोम भी अपने दिन कुछ भी कर गुजरने की क्षमता रखते हैं। ब

इंग्लैंड की गेंदबाजी में जोफ्रा आर्चर

बात हो रही है बड़े मौके पर बड़े योद्धाओं की। तो एक आर्चर की तरह अपने सटीक निशाने से सामने वाले खेमे में हड़कंप मचाने की क्षमता रखने वाले जोफ्रा भी इस कतार में शामिल हैं। यह जोफ्रा की करिश्माई छवि ही थी जिस वजह से उन्हें इंग्लैंड टीम में बिल्कुल आखिर में शामिल करने पर मजबूर होना पड़ा।

न्यूजीलैंड में बोल्ट, फर्ग्युसन पर गेंदबाजी की जिम्मेदारी

केन की बैटिंग के अलावा न्यूजीलैंड के लिए अगर कुछ सबसे ज्यादा आश्वस्त करने वाली चीज है तो वह है बाएं हाथ के पेसर ट्रेंट बोल्ट और उनके साथी बॉलर लॉकी फर्ग्युसन। बाएं-दाएं हाथ के इस कॉम्बिनेशन की खासियत इनकी स्पीड और वेरिएशन है। टॉप बोलर्स की लिस्ट में ये पहले 10 में हैं और इन दोनों ने फाइनल तक के अभियान में मिलकर 35 विकेट निकाले हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad