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जेएनयू हिंसा मामले में पुलिस ने 49 लोगों को भेजा नोटिस, नकाबपोश लड़की की भी हुई पहचान

जेएनयू हिंसा मामले में पुलिस ने 49 लोगों को नोटिस भेजा है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा के दौरान हाथ में डंडा...
जेएनयू हिंसा मामले में पुलिस ने 49 लोगों को भेजा नोटिस, नकाबपोश लड़की की भी हुई पहचान

जेएनयू हिंसा मामले में पुलिस ने 49 लोगों को नोटिस भेजा है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा के दौरान हाथ में डंडा लेकर नजर आने वाली नकाबपोश लड़की की भी पहचान हो गई है।

जेएनयू हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कहा कि उसने 49 लोगों को नोटिस भेजे हैं। इनमें टीवी समाचार चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में नजर आने वाले अक्षत अवस्थी और रोहित शाह को भी नोटिस भेजा गया है। जबकि पुलिस ने नकाबपोश महिला की पहचान कोमल शर्मा के तौर पर की है,  जिसने चेक शर्ट,  हल्का नीला दुपट्टा और एक छड़ी ले रखी है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी वायरल हुआ है।

दौलतराम कॉलेज की छात्रा है नकाबपोश लड़की

कोमल शर्मा दौलत राम कॉलेज की छात्रा है। पुलिस ने इन्हें जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा है। पुलिस ने कहा कि शनिवार रात से उसका फोन स्विच ऑफ पाया गया।

फोन स्विच ऑफ...

वहीं स्टिंग में नजर आने वाले अवस्थी और शाह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र हैं। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजे गए हैं।  जब पुलिस ने अवस्थी और शाह से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि वे जांच में शामिल होंगे। हालांकि बाद में उनके फोन स्विच ऑफ पाए गए, उनके ठिकानों का पता लगा लिया गया है और दोनों से 5 जनवरी को कैंपस में हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल होने के संबंध में पूछताछ की जाएगी।

सर्वर रूम मामले में जांच के लिए आज पुलिस करेगी कैंपस का दौरा

पुलिस के अनुसार, 4 जनवरी को सर्वर रूम में तोड़फोड़ की गई थी। जिसे लेकर शनिवार को साक्ष्य जुटाने के लिए दौरा करने वाली फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम डेटा को दोबारा हासिल नहीं कर सकी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एफएसएल टीम सोमवार को कैंपस का दौरा करेगी ताकि सर्वर से डेटा प्राप्त किया जा सके।  उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि छात्रों को 4 और 5 जनवरी को सर्वर रूम से ईमेल मिले हैं, उन ईमेलों के स्रोत पर भी गौर किया जाएगा।

नौ छात्रों की संदिग्ध के रूप में पहचान, घोष सहित सात छात्र वाम संगठनों के

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, पुलिस ने शुक्रवार को दावा किया था कि परिसर में हिंसा के संबंध में नौ छात्रों की पहचान संदिग्ध के रूप में की है जिनमें से विश्वविद्यालय छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित सात छात्र वाम संगठनों से जुड़े हैं। अन्य लोगों में डोलन सामंत, प्रिया रंजन, सुचेता तालुकदार, भास्कर विजय मच, चुनचुन कुमार (जेएनयू के पूर्व छात्र) और पंकज मिश्रा शामिल थे।  पुलिस द्वारा नामित बाकी दो संदिग्ध विकास पटेल और योगेंद्र भारद्वाज हैं। पुलिस सूत्रों ने कहा कि दोनों आरएसएस से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से हैं।

तीन से होगी आज पूछताछ

पुलिस सोमवार को नौ में से तीन से पूछताछ करेगी। एक अधिकारी ने कहा कि जिन तीन महिलाओं को नोटिस दिया गया है उनसे महिला अधिकारी पूछताछ करेंगी।  पुलिस ने कहा कि सभी नौ लोगों को ईमेल और व्हाट्सएप के जरिए जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा गया है। अधिकारी ने कहा कि पंजक मिश्रा को कल रात 11.30 बजे एडमिन ब्लॉक में जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है, डोलन सामंत और सुचेता तालुकदार जांच में शामिल होंगे। चुनचुन कुमार को 15 जनवरी को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि जेएनयूएसयू के अध्यक्ष आइशी घोष को भी जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा गया है, लेकिन पुलिस को अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

पुलिस ने एक वॉट्सऐप ग्रुप से 37 लोगों की पहचान की

 पुलिस के मुताबिक 60 लोगों के एक वॉट्सऐप ग्रुप की पहचान की गई है। 'यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट' नाम के इस वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल 37 लोगों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजे गए हैं।

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