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उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के चलते अब तक 13 की मौत, जाफराबाद में धरने पर बैठी महिलाओं को पुलिस ने हटाया

नागरिकता संशोधन कानून  (सीएए) को लेकर शुरु हुए बवाल में उत्तर पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को भी हिंसा...
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के चलते अब तक 13 की मौत, जाफराबाद में धरने पर बैठी महिलाओं को पुलिस ने हटाया

नागरिकता संशोधन कानून  (सीएए) को लेकर शुरु हुए बवाल में उत्तर पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को भी हिंसा जारी रही। इस दौरान अब तक एक हेड कॉन्स्टेबल समेत 13 लोगों की मौत हो गई है जबकि कम से कम 150 से ज्यादा लोग घायल हैं। हालात को देखते हुए पुलिस हिंसा वाले इलाकों में कर्फ्यू लगाने की तैयारी कर रही है जिस पर पुलिस के आला अफसरों की बैठक चल रही है जिसमें कर्फ्यू के समय और स्थान के बारे में फैसला लिया जाएगा। वहीं, उत्तर पूर्व जिले में बुधवार को भी स्कूल बंद रखने का फैसला  लिया गया है। इसके अलावा 26 मार्च को इस क्षेत्र में होने वाली सीबीएसई की परीक्षा को टाल दिया गया है। सुरक्षा को देखते हुए यूपी से लगे 3 बार्डर को सील कर दिया गया है। हिंसा के चलते एक को गिरफ्तार किया गया है जबकि 20 लोगोंं को हिरासत में लिया गया है। 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं वहीं, जाफराबाद में जो महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं, उन्हें हटा दिया गया है। वो रास्ता क्लियर करवा दिया गया है। भारी संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। दिल्ली में बिगड़ी कानून-व्यवस्था के बाद केंद्र सरकार ने राजधानी के लिए स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर की नियुक्त की है। आईपीएस एसएन श्रीवास्तव को यह जिम्मेदारी दी गई है।

बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सोमवार को जमकर हिंसा हुई। वहीं मंगलवार को भजनपुरा, मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में पत्थरबाजी और आगजनी हुई है। पुलिस के मुताबिक मंगलवार को भी यहां हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। लिहाजा नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के सभी स्कूल मंगलवार को बंद रहे। पूरे इलाके में 24 मार्च तक धारा 144 लागू कर दी गई है। इस बीच अमित शाह उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि सभी राजनीतिक दल मिलकर शांति बहाल करेंगे। 

पुलिस ने चलाई हवा में गोलियां

सोमवार से जारी उग्र प्रदर्शन के बीच आज पुलिस ने बताया कि मंगलवार सुबह भी हालात तनावपूर्ण है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के वाहनों पर पथराव किया जिस पर हवा में गोलियां चलाईं गईं । सुबह-सुबह पांच मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया। देर रात से सुबह तक मौजपुर और उसके आस-पास इलाकों में आगजनी के 45 कॉल आए, जिसमें दमकल की एक गाड़ी पर पथराव किया गया, जबकि एक दमकल की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। तीन दमकलकर्मी घायल हुए है।

मेट्रो स्टेशन बंद

सुरक्षा के मद्देनर जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के सभी स्कूल आज बंद है। पूरे इलाके में पुलिस फोर्स की भारी तैनाती की गई है। दिल्ली से सटे दूसरे राज्यों को हाई अलर्ट कर दिया गया है।

उत्तर पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाकों में मंगलवार को फिर से हिंसा हुई जहां भीड़ ने पथराव किया और बंद दुकानों में तोड़फोड़ की गई। यहां एक दिन पहले ही, संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हुई हिंसा में एक हेड कॉन्स्टेबल समेत सात लोगों की जान जा चुकी है।

हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित मौजपुर

हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित मौजपुर सहित कई स्थानों पर धुआं निकलता देखा गया। दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने सांप्रदायिक रंग ले लिया था और इसमें करीब 150 लोग घायल हुए थे।

24 मार्च तक धारा 144

उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गयी है, जिसके तहत चार या उससे ज्यादा लोगों के एक जगह इकट्ठे होने पर रोक है। मौजपुर में इस हिंसा के साक्षी बने एक स्थानीय निवासी ने बताया कि यहां दंगों जैसे स्थिति उन्होंने 35 साल में पहली बार देखी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार को जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास और भजनपुरा में हुई हिंसा में 48 पुलिस कर्मी ओर 98 नागरिक घायल हो गए। इस इलाके में आग बुझाने पहुंचे तीन दमकल कर्मी भी घायल हो गए।

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-डीएम अजय शंकर पांडेय ने जानकारी दी कि दिल्ली हिंसा को देखते हुए नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से गाजियाबाद की तरफ जाने वाले 3 बॉर्डर सील कर दिए गए हैं।

-गाजियाबाद के अप्सरा बॉर्डर को यूपी पुलिस ने सील कर दिया है, शाहदरा से सूर्या नगर की ओर रूट डायवर्ट किया गया।

-एनडीटीवी के तीन पत्रकारों और एक कैमरपर्सन पर हथियारों से लैस भीड़ ने हमला किया।

जीटीबी अस्तपाल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार के मुताबिक, मंगलवार को चार को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया, जबकि कल पांच लोग मरे थे। 

-हिंसा प्रभावित नॉर्थ-ईस्ट ज़िले में कल भी स्कूल बंद रहेंगे। गृह परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।

-एक निजी मीडिया चैनल के पत्रकार आकाश को गोली लगी है। वह हिंसा की खबर कवरेज कर रहे थे। उन्हें जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

-रास्ता बंद होने के कारण एंबुलेंस नहीं चल पाई जिससे घायलों को बाइक्स से अस्पताल पहुंचाया गया।

- खजूरी खास में रेपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है। पुलिस और रेपिड एक्शन फोर्स का फ्लैग मार्च जारी है।

-उत्तर पूर्वी दिल्ली में भजनपुरा चौक के पास दो समूहों के बीच फिर से पथराव शुरू हो गया

-अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह के साथ बैठक सकारात्मक रही और हर कोई चाहता है कि हिंसा रुके और शांति लौटे। सभी राजनीतिक दलों की कोशिश होगी कि जल्द जल्द शांति वापस लौटे। गृह मंत्री अमित शाह की ओर से आश्वासन दिया है कि आवश्यकता पड़ने पर और पुलिस बलों को तैनात किया जाएगा।

-उत्तर पूर्वी दिल्ली में जारी हिंसा के बीच अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक की, जिसमें सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर बात हुई। बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि अमित शाह ने भरोसा दिया है कि सुरक्षा बलों की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसी के साथ अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि मिलकर दिल्ली में शांति बहाली की कोशिश करेंगे।

-भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह इंसान कौन है, चाहे वह कपिल मिश्रा हो या कोई भी, किसी भी पार्टी से संबंधित हो, यदि उसने कोई भड़काऊ भाषण दिया है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

-समाचार एजेंसी एएनआई रिपोर्ट के मुताबिक, शाहरुख, लाल टी-शर्ट में शख्स, जिसे कल उत्तर पूर्व दिल्ली में हिंसा के दौरान पुलिस ने गोली चलाते हुए देखा था, उसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

-दिल्ली हिंसा पर गृह मंत्रालय की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल, कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा, भाजपा नेता मनोज तिवारी, पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक समेत कई अफसर मौजूद हैं।

-केजरीवाल ने क्या कहा?

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा- मैं सभी दिल्ली वासियों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। हम उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा से चिंतित हैं। कई पुलिसकर्मी और नागरिक घायल हो गए और कुछ ने अपनी जान गंवा दी। कई घरों में आग लगा दी गई और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों ने मुझे सूचित किया कि पुलिस बल की भारी कमी है और पुलिस तब तक कार्रवाई नहीं कर सकती जब तक उन्हें ऊपर से आदेश नहीं मिलते। मैंने जिलाधिकारियों से इन क्षेत्रों में पुलिस के साथ शांति मार्च निकालने के लिए भी कहा है। अस्पताल के अधिकारियों को तैयार रहने और वहां आने वाले घायलों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए कहा गया है। अग्निशमन विभाग को पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करने और प्रभावित क्षेत्रों में समय पर पहुंचने के लिए कहा गया है। बैठक में, सीमावर्ती क्षेत्रों के विधायकों ने कहा है कि लोग बाहर से आ रहे हैं। सीमाओं को सील करने और निवारक गिरफ्तारी करने की आवश्यकता है।

-दिल्ली पुलिस ने कहा: विशेष सेल, अपराध शाखा और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अधिकारियों के साथ उत्तर पूर्वी दिल्ली में अर्धसैनिक बलों की 35 कंपनियां तैनात की गई हैं। दिल्ली के विभिन्न जिलों से स्थानीय पुलिस को भी बुलाया गया है। संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने कहा कि  हम लगातार कार्रवाई कर रहे हैं और ब्रह्मपुरी, मौजपुर, चांद बाग, और अन्य क्षेत्रों में बलों को तैनात किया गया है। हम किसी भी सभा को तितर-बितर कर रहे हैं और शांति समितियां शांति बनाए रखने के लिए लोगों से बातचीत कर रही हैं।

-गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपना सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिया है और दिल्ली वापस लौट रहे हैं। इससे पहले जी. किशन रेड्डी ने कहा कि यह हिंसा सुनियोजित थी। दिल्ली में हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। 2 महीने से धरना था लेकिन केंद्र ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन और विरोध प्रदर्शन का मौका दिया। लेकिन कल की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आज अमेरिकी राष्ट्रपति दिल्ली में हैं। मैं राजनीतिक दलों से अनुरोध करता हूं कि वह इसका सम्मान करें। किसी मुद्दे को लेकर बातचीत हो सकती है।

दिल्ली हिंसा पर नवाब मलिक: 2-3महीने से CAA,NRC को लेकर प्रदर्शन,हिंसा हो रही है,पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। सरकारी पक्ष के लोग भड़काऊ बयान देते हैं,गोली मारने की भाषा बोलते हैं। कपिल मिश्रा कहते हैं ट्रंप के जाने के बाद निपट लेंगे।इस तरह से लोकतंत्र में सरकारें काम नहीं करती।

-दिल्ली पुलिस के मुताबिक हिंसा में अब तक पुलिस कॉन्स्टेबल समेत सात लोगों की मौत हुई है।

 

पिंक लाइन के पांच स्टेशन बंद

दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन के पांच स्टेशन मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बंद हैं। इन स्टेशनों को उत्तरपूर्वी दिल्ली के इलाकों में भड़की हिंसा के मद्देनजर बंद किया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया, ‘‘जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एनक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन बंद हैं। ट्रेनें वेलकम मेट्रो स्टेशन से आगे नहीं जाएंगी।’’ सीएए के विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों के चलते जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन रविवार को बंद किए थे लेकिन बाकी तीनों स्टेशन सोमवार को बंद किए गए।

 

पुलिस ने पत्थरबाजी के बाद ब्रह्मपुरी में किया फ्लैग मार्च

उत्तरपूर्वी दिल्ली में हालात आज भी तनावपूर्ण है। आज सुबह ही ब्रह्मपुरी इलाके में पत्थरबाजी के बाद रैपिड एक्शन फोर्स और पुलिस ने फ्लैग मार्च किया।

शाह ने की बैठक, अधिकारियों को दिया निर्देश

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसा के मद्देनजर शहर में मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। शाह ने दिल्ली में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने का निर्देश दिया। बैठक में शामिल होने वालों में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार, दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक शामिल थे।

सीएम, राज्यपाल ने की शांति की अपील

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने उत्तरपूर्वी दिल्ली में झड़पों के दौरान हिंसा के मद्देनजर सोमवार को पुलिस आयुक्त को कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया। बैजल ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली पुलिस और दिल्ली पुलिस आयुक्त को उत्तर पूर्वी दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। हालात पर करीबी नजर रखी जा रही है। मैं हर किसी से शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए संयम बरतने का अनुरोध करता हूं। ’’

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन के दौरान उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसा के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बहाल करने का अनुरोध किया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली के कुछ हिस्सों में शांति-व्यवस्था में गड़बड़ी की बहुत परेशान करने वाली खबरें आ रही हैं। मैं माननीय उपराज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री से शांति और सौहार्द्र सुनिश्चित करते हुए कानून-व्यवस्था बहाल किए जाने का अनुरोध करता हूं । किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।’’

दिल्ली के मंत्री और बाबरपुर से विधायक गोपाल राय ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। राय ने ट्वीट किया, “ मैं हाथ जोड़कर बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों से शांति कायम रखने की अपील करता हूं। कुछ लोग जानबूझकर माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने दिल्ली के उपराज्यपाल से बात की है और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए और पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।”

कल क्या हुआ

सीएए के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर 23 फरवरी की शाम मौजपुर, करावल नगर, बाबरपुर और चांद बाग इलाके में हिंसा और बवाल शुरू हो गया। फिर लगभग रात 9-11 बजे करावल नगर, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग के इलाके में उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। 23 फरवरी की रात पुलिस ने हालात पर काबू पाने का दावा किया, लेकिन 24 फरवरी की सुबह 10 बजे सीएए समर्थक प्रदर्शन करते हुए सीएए विरोधियों के पास पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। दोपहर होते-होते बाबरपुर इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई। नकाब पहने उपद्रवियों हाथ में तलवार लहराते हुए सड़कों पर उतर आए। बाबरपुर से शुरू हुई हिंसा करावल नगर, शेरपुर चौक, कर्दमपुरी और गोकलपुरी तक फैलती चली गई। भजनपुरा में बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पेट्रोल पंप में भी आग लगा दी गई। हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई, जबकि डीसीपी घायल हो गए। सुबह से शुरू हुआ हिंसा का दौर रुक-रुक कर रात तक चलता रहा। गोकलपुरी इलाके में टायर मार्केट को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया। देर रात तक हिंसा और बवाल जारी रहा। रात लगभग 10 बजे मौजपुर और घोंडा चौक भी हिंसा और बवाल शुरू हो गया।

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