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पैकेजिंग उद्योग: भारतीय प्रोडक्ट्स ग्लोबल लेवल पर कर रहे हैं कमाल, जानें क्या है वजह

सरकार ने बीते दिनों पर्यावरण संरक्षण से संबंधित एक फैसला किया था। यह निर्णय सीधे तौर पर पैकेजिंग...
पैकेजिंग उद्योग: भारतीय प्रोडक्ट्स ग्लोबल लेवल पर कर रहे हैं कमाल, जानें क्या है वजह

सरकार ने बीते दिनों पर्यावरण संरक्षण से संबंधित एक फैसला किया था। यह निर्णय सीधे तौर पर पैकेजिंग उद्योग को प्रभावित करने वाला था। बीते माह जारी आदेश के अनुसार पैकेजिंग उद्योग से जुड़े प्रोड्यूसर्स को आदेश दिए गए थे कि या तो वह कस्टमर से अपना पैकेजिंग संबंधी उत्पाद वापस जमा करवायें या फिर उसे रिसाइकल करवाएं। इसके बाद माना जा रहा था कि पैकेजिंग उद्योग पर इस आदेश का असर हो सकता है। लेकिन जिस तरह से आंकड़े सामने आ रहे हैं उससे एक बार फिर भारत का इस क्षेत्र में वैश्विक दबदबा साबित हो गया है।

हालांकि कोविड के कारण नकारात्मक प्रभाव पैकेजिंग इंडस्ट्री पर पड़ा था। लेकिन लोग अब उससे उबरते दिख रहे हैं।  इसके पीछे सबसे बड़ा कारण भारतीय प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट में तेजी आना माना जा रहा है। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह किसी एक उद्योग विशेष तक सीमित नहीं है बल्कि इंजीनियरिंग, फार्मास्यूटिकल और खान-पान से लेकर रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट की पैकेजिंग की डिमांड भी लगातार बढ़ रही है। इसका सकारात्मक पक्ष यह है कि इससे रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हो रही है।

उद्योग में आए इस बदलते पैटर्न पर इस क्षेत्र से दशकों से जुड़े और पटेल पैकेजिंग के कर्ता-धर्ता, उद्यमी चंदूलाल पटेल ने बताया पैकेजिंग इंडस्ट्री नए-नए उत्पादों के साथ जुड़कर सामने आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया कैंपेन लॉन्च करने के बाद से प्रोडक्ट्स के एक्सपोर्ट में जैसे-जैसे तेजी आई, यह उद्योग तरक्की करता चला गया। अगर आप भारतीय अर्थव्यवस्था में इसका हिस्सा देखें तो यह पांचवें नंबर पर आता है। मैनीफैक्चरिंग, रिटेल और फार्मा जैसे क्षेत्रों से लेकर यह उद्योग 15 परसेंट वार्षिक की दर से वृद्धि कर रहा है। एक आंकड़े के मुताबिक साल 2025 तक यह 32 अरब डॉलर सालाना का उद्योग बन जाएगा।

हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक पैकेजिंग-प्रिंटिंग बाजार का आकार वर्ष 2020 में 352.01 अरब अमेरिकी डालर से बढ़कर वर्ष 2025 तक 433.40 अरब अमेरिकी डालर होने का अनुमान है।

पटेल का कहना है कि मैं आपको अपने अनुभव से कह सकता हूं जैसे हमने किफायती दरों पर सेवा उपलब्ध कराकर तरक्की की है अगर संगठित रूप से भारतीय पैकेजिंग उद्योग के बारे में बात की जाए तो वह भी इसी रास्ते पर आगे बढ़कर पूरी दुनिया भर में छा गया है।



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