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अब महात्मा गांधी को लेकर कंगना ने दिया विवादित बयान, कहा- दूसरा गाल देने से भीख मिलती है, आजादी नहीं

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने साल 1949 में मिली भारत की आजादी को भीख बताने के बाद एक बार फिर विवादित...
अब महात्मा गांधी को लेकर कंगना ने दिया विवादित बयान, कहा- दूसरा गाल देने से भीख मिलती है, आजादी नहीं

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने साल 1949 में मिली भारत की आजादी को भीख बताने के बाद एक बार फिर विवादित बयान जारी किया है। इस बार उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। कंगना ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट कर महात्मा गांधी को सत्ता का भूखा और चालाक बताया है।

सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखने वाली कंगना ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक के बाद एक तीन स्टोरी शेयर की है। एक पोस्ट में उन्होंने सालों पुराने अंग्रेजी अखबार की एक खबर साझा की है। इसमें उन्होंने कैप्शन लिखा कि या तो आप गांधी के फैन हो सकते हैं या नेताजी के समर्थक। आप दोनों नहीं हो सकते चुनें और फैसला करें।

इसके बाद कंगना ने दो और पोस्ट किए, जिसमें महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया गया। अभिनेत्री ने पोस्ट में लिखा स्वतंत्रता के लिए लड़ने वालों को उन लोगों ने अपने मालिकों को सौंप दिया, जिनमें अपने ऊपर अत्याचार करने वालों से लड़ने की न तो हिम्मत थी न ही खून में उबाल था। यह सत्ता के भूखे और चालाक लोग थे। यह वहीं थे जिन्होंने हमें सिखाया यदि कोई आपके एक गाल पर थप्पड़ मारे तो उसके आगे दूसरा गाल कर दो और इस प्रकार तुमको आजादी मिल जाएगी। इस तरह से आजादी नहीं सिर्फ भीख मीलती है। अपने हीरो समझदारी से चुनें।

 

कंगना रनौत ने दूसरे पोस्ट पर लिखा कि गांधी ने कभी भगत सिंह और नेताजी का समर्थन नहीं किया था। कई सबूत हैं जो इशारा करते हैं कि गांधीजी चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी हो जाए। इसलिए आपको चुनना है कि आप किसके समर्थन में हैं, क्योंकि उन सबको अपनी यादों में एक साथ रख लेना और हर साल उनकी जयंती पर याद कर लेना ही काफी नहीं है।

कंगना रनौत ने अपने पोस्ट के आखिर में लिखा, 'सच कहें तो यह केवल मूर्खता नहीं बल्कि बेहद गैरजिम्मेदाराना और सतही है। लोगों को अपना इतिहास और अपने हीरो पता होने चाहिए।'

गौरतलब है कि अपने बयानों को लेकर आए दिन चर्चा में रहने वालीं रनौत ने यह कहकर विवाद उत्पन्न कर दिया था कि भारत को ‘वास्तविक आजादी' 2014 में मिली थी। रनौत ने इसके साथ ही वर्ष 1947 में देश को मिली आजादी को ‘भीख' करार दिया था। अभिनेत्री ने पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने के एक दिन बाद ही यह विवादित बयान दिया।

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