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माहिष्मती का इंतजार सफल हुआ

माहिष्मती ने 25 साल महेन्द्र बाहुबली का इंतजार किया। भल्लाल देव के अत्याचार, राजमाता शिवगामी देवी की हत्या का बदला लेने के लिए माहिष्मती चुपचाप खड़े रही। इंतजार तो दर्शकों ने भी कम नहीं किया, आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा। माहिष्मती और दर्शकों का यह इंतजार सफल रहा।
माहिष्मती का इंतजार सफल हुआ

सब कुछ भाग एक जैसा तो क्यों देखें दूसरा भाग

ट्रेलर तो यही दिखा रहा है कि वही माहिष्मती का सेट, वही शिवगामी देवी वही भल्लाल देव। तो फिर सिर्फ कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा यह देखने के लिए कोई बाहुबली का दूसरा भाग देखने क्यों जाए। एसएस राजामौली (निर्देशक) ने कहानी के दूसरे भाग को दर्शकों को पहले दिखाया, फिर पहले भाग को। यह काम उन्होंने इतनी कुशलता से किया कि कहीं कोई झोल नहीं, कहीं समझ का फेर नहीं। कहानी के पहले भाग को दूसरे भाग से बहुत कुशलता से राजामौली ने जोड़ कर बता दिया कि दो भाग में सीक्वेल-प्रीक्वेल जैसे शब्द तो बस शब्द हैं।

सबसे बड़ी खासियत

पहले भाग की तरह सेट और उससे भी बेहतर कहानी और उसका प्रस्तुतिकरण। षडयंत्र की यह कहानी धीरे-धीरे बढ़ती है और कभी महाभारतनुमा मोड़ पर घूमती है तो कभी रामायण में वर्णित राम के वनवास दृश्य के करीब पहुंच जाती है। राजाज्ञा से एक प्राण की आहूति इस फिल्म की पूरी कहानी को अपने कंधों पर लेकर चलती है। शानदार सेट्स और एक्शन, हर सिचुएशन के हिसाब से गीत और हर सीन पर राजामौली की पकड़ इस फिल्म की खासियत है। उन्होंने हर शॉट पर बारीकी से काम किया है।

प्रभास तो प्रभास अवंतिका ने जमाया रंग

बाहुबली के पहले भाग में तमन्ना बाहुबली की संगिनी (अवंतिका) बनी थी। दूसरे भाग में अनुष्का शेट्टी को यह भूमिका मिली। अनुष्का शेट्टी ने अपनी भूमिका को बहुत ईमानदारी से निभाया। अनुष्का ने एक तेज-तर्रार राजकुमारी देवसेना की भूमिका के साथ न्याय किया।

यह वीकएंड बाहुबली के नाम

लॉटरी खरीदने वाले ही जान सकते हैं कि उसके खुलने का इंतजार करना कितना कठिन होता है और कहीं लॉटरी खुल भी जाए तो? बाहुबली देखने के बाद यह फीलिंग आ सकती है। लंबे इंतजार के बाद फिल्म कुछ न कह पाए तो निराशा होती है। महेन्द्र बाहुबली के पिता अमरेंद्र बाहुबली की प्रेमकहानी को राजामौली ने अच्छे तरीके से फिल्माया है। कहीं-कहीं चुटीलापन भी है जो गुदगुदाता है। हालांकि फिल्म की लंबाई कम हो सकती थी। एक्शन दृश्य हमेशा की तरह शानदार। जब हम लॉर्ड्स ऑफ रिंग्स, एलिस इन वंडर लैंड, हैरी पॉटर के कंप्यूटर ग्राफिक्स वाले सीन देखकर खुश हो सकते हैं तो देसी हीरो बाहुबली को देख कर खुश होना तो बनता है।

और हां आखिरी में वही यक्ष प्रश्न, कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? वीकएंड पर जाइए, जवाब भी मिलेगा और मनोरंजन भी।

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