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Birthday: राज बब्बर का ‘अभिनेता’ से स्टार ‘राजनेता’ बनने का सफर

80 के दशक में बॉलीवुड फिल्मों के ट्रंपकार्ड कहे जाने वाले राज बब्बर का जन्म 23 जून 1952 को उत्तर प्रदेश के टूंडला में हुआ था।
Birthday: राज बब्बर का ‘अभिनेता’ से स्टार ‘राजनेता’ बनने का सफर

फिल्म से लेकर राजनीति में दमदार किरदार निभाने वाले अभिनेता, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर का आज जन्मदिन है। बॉलीबुड में बेहतरीन फिल्म और राजनीति में तीखे स्वर और बेबाक सुझाव की वजह से अपनी पहचान बनाने वाले राज बब्बर आज 65 साल के हो गए हैं।

बचपन से था एक्टिंग का शौक

दरअसल, राज बब्बर ने श्याम बेनेगल, केतन मेहता, मुजफ्फर अली जैसे बेहतरीन डायरेक्टर्स के अलावा शक्ति सामंत, बीआर चोपड़ा और महेश भट्ट जैसे फिल्मकारों के साथ भी काम किया जो अलग-अलग धाराओं का प्रतिनिधित्व करते थे। सिनेमा में एक्टर और विलेन दोनों के किरदारों में खुद को बखूबी ढालने वाले राज बब्बर को बचपन से ही एक्टिंग का बहुत शौक था। उनकी यह खासियत ये है कि बतौर अभिनेता वो खुद को कभी टाइपकास्ट ही नहीं होने देते थे। एक ही साल में वो हीरो भी बने और विलेन भी।

1980 से शुरु हुआ दर्शकों के दिलों पर राज का सिलसिला

राज बब्बर ने 1977 में आई फिल्म 'किस्सा कुर्सी का' से बॉलीवुड में कदम रखा, जिसमें राज को काम तो मिला पर पहचान नहीं। इसके बाद 1980 में राज बब्बर ने बीआर चोपड़ा की फिल्म 'इंसाफ का तराजू' में रमेश गुप्ता नाम के एक रेपिस्ट का रोल बखूबी निभाया था। इस फिल्म में उन्हें जीनत अमान के साथ एक रेप सीन करना था जो काफी हिंसक और वितृष्णा पैदा करने वाला था। 1980 में प्रदर्शित ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई। इतना ही नही इस फिल्म के लिए राज बब्बर को फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए बेस्ट एक्टर की कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था।

राज को फिल्म 'इंसाफ का तराजू' के बाद राज को विलेन के रुप में जबरदस्त पहचान मिली, जिसमें 'जिद्दी', 'दलाल', 'दाग द फायर' जैसी फिल्मों में उनके रोल को काफी सराहा गया। साल 1994 में आई 'दलाल' फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ विलेन के पुरस्कार से नवाजा गया।

राज ने की थी दो शादियां

अभिनेता व राजनेता राज बब्बर ने दूसरी शादी अभिनेत्री स्मिता पाटिल से की थी, जिनसे एक बेटा प्रतीक बब्बर हुआ। राज की पहली शादी नादिरा बब्बर से हुई थी, जिनसे उन्हें बेटे के रूप में आर्य बब्बर और बेटी के रुप में जूही बब्बर हुए। स्मिता पाटिल के देहांत के बाद राज बब्बर फिर से अपनी पहली पत्नी नादिरा के साथ रहने लगे। राज बब्बर की ही तरह उनके दोनों बेटे आर्य बब्बर व प्रतीक बब्बर भी फिल्मो में सक्रीय है। दोनों ही कई फिल्म व  टीवी सीरियल में नजर आते हैं।

लिव-इन रिलेशन को लेकर भी चर्चा में रहे  

राज बब्बर न सिर्फ फिल्मों में ही बल्कि अपने रिश्ते को लेकर भी चर्चा में बने रहे। कहा जाता है कि राज,  स्मिता पाटिल के प्यार में इस कदर दिवाने थे कि वे उस दौरान जमाने की परवाह किए बिना स्मिता पाटिल के साथ लिव-इन में रहने लगे। तब इस बात के लिए राज की काफी में आलोचना भी हुई, लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की। बाद में राज ने स्मिता पाटिल से शादी भी कर ली थी।

राजनीतिक करियर की ओर बढ़ा कदम

अभिनेता के दौड़ में आगे निकलने वाले राज बब्बर ने राजनीति में भी अपना कदम रखा, जहां आज वे एक जाना माना चेहरा हैं। राज्य सभा सदस्य राज ने 1989 में जेडीयू से जुड़कर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। राज बब्बर का राजनीति का सफर कांग्रेस के विरोध से जरूर शुरू हुआ, लेकिन आज राज बब्बर की गिनती कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में होती है। राज बब्बर ने 2014 लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद से अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन जनता ने उन्हें स्वीकार नहीं किया और वे भाजपा नेता वी के सिंह से चुनाव हार गए।

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