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गांधी शांति प्रतिष्ठान ने की कुलदीप नैयर पत्रकारिता सम्मान की घोषणा, अजीत अंजुम और आरफा खानम शेरवानी किए जाएंगे सम्मानित

दिल्ली प्रेस क्लब में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में गांधी शांति प्रतिष्ठान ने कुलदीप नैयर स्मृति...
गांधी शांति प्रतिष्ठान ने की कुलदीप नैयर पत्रकारिता सम्मान की घोषणा, अजीत अंजुम और आरफा खानम शेरवानी किए जाएंगे सम्मानित

दिल्ली प्रेस क्लब में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में गांधी शांति प्रतिष्ठान ने कुलदीप नैयर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार की घोषणा की। 2021 के लिए यह सम्मान प्रसिद्ध पत्रकार व यू-ट्यूबर अजीत अंजुम को और 2022 के लिए ‘द वायर’ की पत्रकार आरफा खानम शेरवानी को दिया गया है। 1-1 लाख रुपयों का यह सम्मान प्रशस्ति-पत्र के साथ इन दो पत्रकारों को 12 नवंबर 2022 दिल्ली कर राजेंद्र भवन के सभागार में दिया जाएगा।

गांधी शांति प्रतिष्ठान की पुरस्कार चयन समिति प्रतिवर्ष पत्रकारों के काम का आकलन कर, उस वर्ष का विशिष्ठ पत्रकार चुनती है। इस योजना में सभी भारतीय भाषाओं को समेटने की कोशिश की जाती है।

गांधी शांति प्रतिष्ठान ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि आज जब मीडिया अपनी भूमिका भी भूलता जा रहा है और कर्तव्य भी; जब भय व बंदिशों का खुला खेल कलमों को गुलाम व गूंगा बना रहा है, गांधी शांति प्रतिष्ठान स्वतंत्र व साहसी पत्रकारिता को उभारना व सम्मानित करना अपना दायित्व समझता है।

विज्ञप्ति में कहा गया है, " इस पुरस्कार का प्रारंभ 2017 में हुआ था जब हमने प्रथम कुलदीप नैयर पत्रकारिता सम्मान एनडीटीवी के एंकर रवीश कुमार को दिया था। 2018 में दूसरा पत्रकारिता सम्मान मराठी पत्रकार निखिल वागले को दिया गया था। फिर कोरोना के प्रकोप के कारण दो वर्षों तक यह आयोजन स्थगित रहा। इसलिए 2022 में हम दो वर्षों का सम्मान घोषित कर रहे हैं।"

कुलदीप नैयर पत्रकारिता सम्मान समिति के अध्यक्ष प्रख्यात मनोवैज्ञानिक समाजशास्त्री आशीष नंदी ने 2021 तथा 2022 के सम्मानों की घोषणा करते हुए कहा कि नागरिकों व मीडिया की आजादी के लिए यह जितना नाजुक दौर है उतने ही साहस के साथ पत्रकारों के सामने आने का भी वक्त है। सतत जागरूकता से ही हम आजादी का सम्मान भी कर सकते हैं और संरक्षण भी। उन्होंने याद दिलाया कि तमाम दावों व घोषणाआों के बावजूद सच तो यही है कि हम लोग, जो आज से असहमत हैं, बहुमत में हैं। इनको देश के 35% लोगों ने चुना है तो 65% के नहीं चुना है। इस असहमति को पहचानना व स्वीर्य करना ही लोकतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि कुलदीप नैयर अब नहीं हैं लेकिन आजाद कलम का साहस जबतक है, कुलदीप नैयर तब तक लिखते-बोलते रहेंगे।

गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कुमार प्रशांत ने बताया कि 1 लाख रुपयों का यह सम्मान कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों तक स्थगित रहा आौर इन्हीं दो वर्षों में पत्रकारिता का चेहरा भी आौर उसका चरित्र भी बदला। अब कोरोना जा रहा है तो यह चेहरा भी जाना चाहिए व यह चरित्र भी। गांधी शांति प्रतिष्ठान द्वारा संचालित इस सम्मान योजना की चयन समिति में आोम थानवी, नीरजा चौधरी, संजय पारीख, जयशंकर गुप्ता, विजय प्रताप, प्रमोद रंजन, प्रियदर्शन तथा अनिल सिन्हा हैं। समिति के अध्यक्ष समाजशात्री आशीष नंदी तथा मंत्री पत्रकार-संपादक अशोक कुमार हैं।

गांधी शांति प्रतिष्ठान ने बताया कि कुलदीप नैयर पत्रकारिता सम्मान वितरण समारोह 12 नवंबर 2022 (शनिवार) को 4-7 बजे तक दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित राजेंद्र भवन के सभागार में आयोजित किया गया जिसमें स्वतंत्र पत्रकारिता के हामी हर नागरिक को सहर्ष आमंत्रण है।

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