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कैफी आजमी के जन्मशताब्दी वर्ष में होगी खास पेशकश, राग शायरी

साल 2019 की 14 जनवरी कुछ खास होगी। यह दिन उर्दू के प्रसिद्ध शायर, लेखक और एक्टिविस्ट कैफी आजमी का शताब्दी...
कैफी आजमी के जन्मशताब्दी वर्ष में होगी खास पेशकश, राग शायरी

साल 2019 की 14 जनवरी कुछ खास होगी। यह दिन उर्दू के प्रसिद्ध शायर, लेखक और एक्टिविस्ट कैफी आजमी का शताब्दी वर्ष होगा। इस मौके को खास बनाने के लिए उनकी बेटी और नामचीन अभिनेत्री शबाना आजमी खास तैयारी कर रही हैं। इस कार्यक्रम में मुशायरा होगा, नाटक होंगे, सेमीनार और तीन किताबों का विमोचन भी होगा।

शताब्दी वर्ष का यह कार्यक्रम राग शायरी नाम के कार्यक्रम के अंतर्गत होगा। इस खास शाम में संगीत और कैफी आजमी की शायरी के रंग होंगे। इस कार्यक्रम में तबला उस्ताद जाकिर हुसैन, गायक-कंपोजर शंकर महादेवन, गीतकार जावेद अख्तर होंगे। शंकर कैफी आजमी की कुछ चुनिंदा कविताएं गाएंगे, जावेद अख्तर उन कविताओं का उर्दू तर्जुमा पढ़ेंगे और शबाना इन्हीं कविताओं का अंग्रेजी अनुवाद पढ़ेंगी। इस कार्यक्रम के बारे में शबाना ने कहा, ‘‘यह जावेद का विचार है। बाबा के लिए मुख्य बात कविता थी। इसलिए यह प्रोग्राम उनकी कविताओं तक पहुंचाने का एक प्रयास है जो उर्दू नहीं समझते। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण शंकर का इन्हें गाना, जाकिर का इन्हें समझाना और जावेद का वास्तविक कविता पढञना होगा। पुरानी चीजों को समेटने का यह अनोखा अनुभव होगा।’’

एक विचार जो चलेगा साल भर

शबाना इस कार्यक्रम को साल भर करने की योजना बना रही हैं। उनका कहना है कि वह अपने पिता के काम को नई पीढ़ी के लिए सामने लाना चाह रही है। ताकि सौंवे साल में लोग उनके काम को समझें और जानें कि उन्होंने क्या किया। हालांकि उनकी जन्मशताब्दी वर्ष में कई और कार्यक्रम भी होंगे लेकिन राग शायरी अलग तरीके से कैफी आजमी के काम को प्रस्तुत करेगा। इस कार्यक्रम को तुम्हारी अमृता नाटक के निर्देशक फिरोज अब्बास खान निर्देशित करेंगे। जाकिर इस कार्यक्रम का संगीत देंगे और अनुराधा पारीक सेट डिजाइन करेंगी।

काम को सलाम

गायक शंकर महादेवन इस कार्यक्रम को लेकर बहुत उत्साहित है। उनका कहना है कि नई पीढ़ी कैफी साहब के काम से कम वाकिफ है। इसलिए यह बहुत जरूरी कार्यक्रम है। यह उनके काम को सलाम है। उनकी नज्में, गीत और कविताएं लोगों तक नए ढंग से पहुंचेंगी। राग शायरी का पहला शो 13 जनवरी को नरीमन पॉइन्ट, दूसरा सेंट एंड्रूज, बांद्रा और तीसरा कार्यक्रम 17 दिसंब 2019 को कोलकाता में होगा। सुमंत्र घोषाल की डॉक्यूमेंट्री कैफीनामा भी इस मौके पर दिखाई जाएगी और कैफी और मैं नाटक का मंचन भी होगा।

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