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फेसबुक ने हटाया ट्रंप का पोस्ट, पोस्ट में दावा- कोविड-19 से बच्चे लगभग इम्यून

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के निशाने पर आ गए...
फेसबुक ने हटाया ट्रंप का पोस्ट, पोस्ट में दावा- कोविड-19 से बच्चे लगभग इम्यून

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के निशाने पर आ गए हैं। फेसबुक ने पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का पोस्ट फेसुबक से हटा दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पोस्ट में लिखा था कि कोविड-19 से लड़ने के लिए बच्चे लगभग इम्यून है, जिसके बाद कंपनी ने गलत सूचना प्रसारण की नीति का हवाला देते हुए इस पोस्ट को हटा दिया।

फेसुबक का कहना है कि यह पोस्ट कोरोना वायरस को लेकर गलत सूचना फैला रही है। एक मीडिया चैनल में दिए गए इंटरव्यू का वीडियो डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी फेसबुक पर डाला था, जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस और बच्चों को लेकर यह बात कही थी। 

इस वीडियो क्लिप में फेसुबक ने कहा था कि कोविड-19 से बच्चे लगभग इम्यून हैं। हालांकि कोरोना वायरस के बारे में जितना जानकारी आई है, उसके मुताबिक बच्चों को भी कोविड-19 हो सकता है और वो बिना किसी लक्षण के दूसरों में ये वायरस फैला भी सकते हैं।

फेसबुक नीति के प्रवक्ता एंडी स्टोन का कहना है कि इस वीडियो में कोविड-19 को लेकर भ्रामक जानकारी दी जा रही है कि बच्चों का एक समूह कोविड-19 से इम्यून है। हालांकि अब इस पोस्ट को फेसबुक से हटा दिया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि फेसुबक ने अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की किसी पोस्ट को हटाया हो। 

इससे पहले जून में फेसबुक ने उन विज्ञापनों को हटा दिया था, जिन्हें ट्रंप अभियान ने पोस्ट किया था जिसमें नाजियों ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान राजनीतिक कैदियों का वर्गीकरण किया था। इसके अलावा ट्विटर ने इस वही लिंक अपनी साइट से हटा दिया था। ट्विटर ने अपनी नीति का हवाला देते हुए कहा था कि ये भ्रामक सूचनाओं को फैलाने का उल्लंघन करता है।

ट्रंप के अभियान ने फेसबुक की इस हरकत को पूर्वाग्रह से ग्रसित बताया था। ट्रंप के अभियान की डिप्टी राष्ट्रीय प्रेस सचिव कर्टनी परेला ने एक ई-मेल के जरिए कहा कि राष्ट्रपति एक तथ्य पर बात कर रहे थे कि बच्चों में कोरोना का संक्रमण कम फैल सकता है।

अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन स्टडी में 2,500 बच्चों को शामिल किया गया था और अप्रैल में इसे छापा गया था। स्टडी कहती है कि पांच में से एक बच्चे को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जबकि बात करें बड़े बच्चों की तो तीन में से एक बच्चे को भर्ती किया गया है।

वहीं, दो महीने पहले, फेसबुक का काफी आलोचना हुई थी क्योंकि उसने डोनाल्ड ट्रंप के 29 मई वाले कमेंट पर कोई एक्शन नहीं लिया था। डोनाल्ड ट्रंप ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर जॉर्ज फ्लॉएड को लेकर एक पोस्ट लिखी थी कि कोई भी दिक्कत आएगी तो उसका निवारण किया जाएगा लेकिन अगर लूट होगी तो गोली भी चलेगी।

 

 

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