उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में मंगलवार फिर से हुई बेमौसम बारिश, तेज हवा और कहीं-कहीं हुई ओलावृष्टि ने गेहूं, सरसों और जौ के साथ ही सब्जियों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है।
मार्च के अंत में जहां सरसों और जौ की कटाई जोरों पर होती है, वहीं गेहूं की फसल में सुनहरी छाने लगती है। मंगलवार को दोपहर के बाद पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में एकदम से अंधेरा छा गया, और बारिश के साथ ही तेज हवा चलने लगी जोकि गेहूं के साथ ही अन्य रबी फसलों के लिए नुकसान देह साबित हुई। सोनीपत जिले गांव कुमासपुर निवासी कृष्ण आंतिल ने बताया कि गेहूं की फसल पक रही है तथा अगले आठ-दस दिनों में कटाई शुरू होनी है लेकिन बेमौसम बारिश के साथ ही तेज हवा चलने से फसल खेत में गिर गई है, जिससे प्रति हेक्टेयर उत्पादकता के साथ ही क्वालिटी भी प्रभावित होगी। उन्होंने बताया कि क्वालिटी प्रभावित हुई तो सरकारी एजेंसियां गेहूं की खरीद में आनाकानी करेंगी।
मैदानी राज्यों में इस साल मार्च में सामान्य से अधिक हो चुकी है बारिश
उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में इस साल मार्च के महीने में कुछ अधिक ही बारिश हो रही है। चाहे पंजाब हो या राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली या फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान। सभी जगहों पर मार्च महीने में औसत से काफी अधिक बारिश हुई है। बारिश के साथ कई जगहों पर ओलावृष्टि ने भी रबी फसलों के साथ ही सब्जियों को व्यापक स्तर पर नुकसान पहुंचाया है जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान और इससे सटे राजस्थान के ऊपर
मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ते हुए जम्मू कश्मीर और आसपास के भागों पर पहुँच गया है। इसके प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान और इससे सटे राजस्थान के ऊपर है। आंध्र प्रदेश के तटीय भागों के पास बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी-मध्य हिस्सों पर एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र हवाओं में बना हुआ है। दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र से कर्नाटक तक एक ट्रफ रेखा भी बनी हुई है।
अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान और गुजरात में बारिश होने का अनुमान
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी। राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। गुजरात में भी बारिश होने की संभावना है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में कई जगहों पर बारिश हो सकती है। विदर्भ, पश्चिमी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र में भी कुछ स्थानों पर बारिश के आसार हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश जारी रहने की संभावना है।
पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण के कई राज्यों में भी हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान तटीय ओडिशा में कई जगहों पर हल्की से मध्यम और एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हुई है। उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु और केरल में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। पूर्वोत्तर राज्यों और सिक्किम तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में भी कुछ जगहों पर हल्की बारिश हुई। गंगीय पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तरी हरियाणा, उत्तरी पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में भी एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई है।