Home एग्रीकल्चर मौसम उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि होने का अनुमान, किसानों की चिंता बढ़ी
उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि होने का अनुमान, किसानों की चिंता बढ़ी
उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि होने का अनुमान, किसानों की चिंता बढ़ी

उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि होने का अनुमान, किसानों की चिंता बढ़ी

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के राज्यों में अगले तीन-चार दिन मौसम खराब रहने का अनुमान है। पहाड़ी राज्यों में बारिश के साथ ही बर्फबारी होने का अनुमान है जबकि उत्तर भारत के मैदानी भागों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। ओलावृष्टि हुई तो रबी फसलों के साथ ही सब्जियों को नुकसान होगा, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू कश्मीर की ओर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। यह मंगलवार रात या बुधवार दिन से अपना असर दिखाना शुरू कर देगा। अनुमान है कि बृहस्पतिवार को 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलेगी। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां 5 और 6 मार्च को जारी रहने का अनुमान है। इस दौरान जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात की संभावना है। कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी भी हो सकती है।

पांच से सात मार्च तक उत्तर के कई राज्यों में बारिश, ओलावृष्टि का अनुमान

उत्तर भारत के मैदानी भागों में 5 से 7 मार्च के बीच कई जगहों पर बारिश, ओलावृष्टि के साथ ही तेज हवाएं चलने की संभावना है। 7 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ आगे निकलने लगेगा, जिससे पहाड़ों पर मौसमी गतिविधियां कम हो जाएंगी। हालांकि 8 मार्च तक रुक-रुक कर छिटपुट जगहों पर वर्षा और ऊंचाई वाले इलाकों में एक-दो जगहों पर हिमपात का सिलसिला बना रहेगा। हरियाणा में बहादुगढ़ तहसील के बामनौली गांव के किसान सोनू छिल्लर ने बताया कि सरसों की फसल लगभग पक कर तैयार है, जबकि गेहूं में दाने पड़ने शुरू हो गए हैं। ऐसे में ओलावृष्टि या फिर तेज हवा चली तो रबी फसलों के साथ ही सब्जियों को नुकसान होगा।

एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ आ रहा है

मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ आ रहा है। यह सिस्टम उत्तरी अफगानिस्तान और इससे सटे भागों पर पहुंच गया है। मध्य भारत में दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है और एक अन्य चक्रवाती सिस्टम तटीय कर्नाटक के ऊपर भी दिखाई दे रहा है। इन दोनों सिस्टमों को एक ट्रफ जोड़ रही है। यह ट्रफ मध्य महाराष्ट्र पर बने चक्रवाती सिस्टम को भी जोड़ रही है। पूर्वी भारत में गंगीय पश्चिम बंगाल और इससे सटे दक्षिणी बांग्लादेश पर भी हवाओं में एक चक्रवाती सिस्टम दिखाई दे रहा है।

पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश का अनुमान

अगले 24 घंटों के दौरान असम और अरुणाचल प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर जबकि नागालैंड और मणिपुर में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी बारिश शुरू हो सकती है। इसके अलावा दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, तटीय कर्नाटक, केरल और आंतरिक तमिलनाडु में भी एक-दो जगहों पर गर्जना के साथ वर्षा होने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम भारत के भागों में आसमान साफ रहेगा, जिससे अगले 24 घंटों के दौरान दिन के तापमान में बढ़ोतरी होगी।

पश्चिम बंगाल, असम और अरुणाचल प्रदेश में हुई बारिश

बीते 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, असम और अरुणाचल प्रदेश के अधिकांश इलाकों में गरज के साथ वर्षा हुई है। नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में भी कुछ स्थानों पर बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, केरल तथा तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों में भी हल्की बारिश हुई। आंध्रप्रदेश में छिटपुट बारिश दर्ज की गई है। देश के बाकी हिस्सों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा।