Home एग्रीकल्चर मौसम 20-21 मार्च को फिर से बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान, किसानों की बढ़ेगी मुश्किल
20-21 मार्च को फिर से बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान, किसानों की बढ़ेगी मुश्किल
20-21 मार्च को फिर से बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान, किसानों की बढ़ेगी मुश्किल

20-21 मार्च को फिर से बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान, किसानों की बढ़ेगी मुश्किल

उत्तर भारत के राज्यों में 20-21 मार्च को फिर से बारिश के साथ ही ओलावृष्टि होने का अनुमान है जिससे किसानों की मुश्किल और बढ़ेगी। फरवरी, मार्च में देश के कई राज्यों में तेज हवा, बारिश और ओलावृष्टि से पहले ही सरसों, चना, मसूर और गेहूं के साथ ही सब्जियों के साथ आम की फसल को भारी नुकसान हुआ है।

20 मार्च उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना में बारिश का अनुमान

मार्च महीने में अभी तक तीन बार मौसम खराब हो चुका है जिससे बड़े पैमाने पर रबी फसलों को नुकसान हुआ है। पिछले दो-तीन दिनों से इन राज्यों में मौसम साफ है लेकिन भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार उत्तर भारत के मैदानी भागों में 20 मार्च से फिर मौसम खराब होने का अनुमान है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर के साथ ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना के कई इलाकों में बारिश होने का अनुमान है जबकि छत्तीसगढ़ में बारिश के साथ ही ओलावृष्टि होने का अनुमान है।

21 मार्च को उत्तर के साथ मध्य भारत के कई राज्यों में खराब होगा मौसम

आईएमडी के अनुसार 21 मार्च को जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में बारिश के साथ ही बर्फबारी होने का अनुमान है जबकि उत्तराखंड में इस दौरान बारिश होने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर के साथ ही उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस दौरान बारिश के साथ ही ओलावृष्टि होने की आशंका है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड ओर ओडिशा में इस दौरान बारिश होने का अनुमान है। देश के कई राज्यों में चना, सरसों और जौ की फसल की कटाई चल रही है, जबकि गेहूं की फसल की कटाई भी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में हो रही है। अत: बारिश के साथ ही ओलावृष्टि से इन फसलों में नुकसान और बढ़ेगा।

अगले 24 घंटों में जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में होगी हल्की बारिश

मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान से आगे बढ़ते हुए उत्तरी पाकिस्तान पर पहुंच गया है। एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भागों पर है। इसके अलावा अरब सागर के मध्य पूर्वी भागों पर भी एक विपरीत चक्रवाती सिस्टम बन गया है। हालांकि यह सिस्टम कमजोर है। अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में वर्षा की गतिविधियाँ मामूली रूप से बढ़ सकती हैं। छत्तीसगढ़, दक्षिण-पूर्वी और पूर्वी मध्य प्रदेश में गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है। महाराष्ट्र के भी विदर्भ क्षेत्र बारिश के आसार हैं। ओडिशा में छिटपुट जगहों पर बारिश का आगाज हो सकता है। इसके अलावा उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में छिटपुट बारिश के आसार हैं। जबकि तेलंगाना में हल्की बारिश की संभावना है।

पिछले 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र के विदर्भ में हुई बारिश

पिछले 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हुई। जबकि दक्षिण- पूर्वी और दक्षिणी मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। छत्तीसगढ़ और मराठवाड़ा में भी छिटपुट बारिश हुई है। इसी दौरान जम्मू कश्मीर में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ हल्की बौछारें पड़ीं। असम और अरुणाचल प्रदेश के भी कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई।