Home एग्रीकल्चर मौसम बारिश और ओलावृष्टि से उत्तर भारत में फसलों को भारी नुकसान, किसानों की चिंता बढ़ी
बारिश और ओलावृष्टि से उत्तर भारत में फसलों को भारी नुकसान, किसानों की चिंता बढ़ी
बारिश और ओलावृष्टि से उत्तर भारत में फसलों को भारी नुकसान, किसानों की चिंता बढ़ी

बारिश और ओलावृष्टि से उत्तर भारत में फसलों को भारी नुकसान, किसानों की चिंता बढ़ी

मार्च में जहां सरसों और चना की कटाई आरंभ हो जाती है, वहीं गेहूं की फसल में दाने पड़ने शुरू हो जाते हैं। ऐसे समय में बारिश, ओले और तेज हवाओं ने ग्रामीण भारत में भारी तबाही मचाई है। कई राज्यों में हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने अगले चार-पांच दिनों का अलर्ट बुलेटिन जारी किया है जिसमें कई राज्यों में बारिश के साथ ओलावृष्टि और तेज हवा का खतरा बताया है जिससे आगे किसानों की चिंता और बढ़ेगी।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, पश्चिम उत्तर प्रदेश और झारखंड में अभी खराब मौसम जारी रहने का अनुमान है। उत्तर भारत के कई राज्यों में इस दौरान 30-40 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चलेगी और बिजली कड़कने के साथ ओलावृष्टि की उम्मीद लगाई गई है। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली कड़कने के साथ ही तेज हवा चलेगी। इस दौरान बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में मौसम खराब रहेगा। तमिलनाडु और मध्यप्रदेश में भी 17-18 मार्च के आस पास मौसम बिगड़ने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

खेतों में गिर चुकी फसल में लगातार हो रही बारिश से नुकसान बढ़ेगा

ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ हुई बेमौसम बारिश ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के जिले में विभिन्न स्थानों पर गेहूं के साथ ही अन्य रबी फसलों को चौपट कर दिया है। हरियाणा में झज्जर जिले के गांव गुढ़ा निवासी किसान कृष्ण नेहरा ने बताया कि गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है, ऐसे में लगातार हो रही बारिश से फसल खेत में सड़ जायेगी जिसका असर प्रति हेक्टेयर उत्पादकता के साथ ही उत्पादन पर भी पड़ेगा। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने राज्य सरकार से मांग की है कि किसानों को फसल क्षति का मुआवजा जल्द से जल्द देना चाहिए। पानीपत के इसराना में एक सार्वजनिक रैली में बोलते हुए, हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि संबंधित उपायुक्तों को नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया गया है।

जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बारिश का अनुमान

मौसम की जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और इससे सटे पाकिस्तान पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से बना चक्रवाती सिस्टम पंजाब पर है। इस सिस्टम उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार तक एक ट्रफ बना हुआ है। अरुणाचल प्रदेश पर भी एक चक्रवाती सिस्टम सक्रिय है। बिहार से मध्य प्रदेश होते हुए तक कोन्फ़्लुएन्स बना है। कर्नाटक के तटों के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर भारत में बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। हालांकि जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात कुछ स्थानों पर जारी रहने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में भी गरज के साथ बौछारें गिर सकती हैं। झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार में तेज हवाओं और ओलावृष्टि के साथ मध्यम बारिश के आसार हैं। असम और नागालैंड में छिटपुट बारिश की संभावना है। मेघालय, मध्य प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और उत्तरी राजस्थान पर एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं। राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में शुष्क और आरामदायक मौसम की संभावना है। जबकि दक्षिण भारत में गर्मी और उमस बढ़ेगी।

जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में हुई भारी बारिश और बर्फबारी

पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मध्यम से भारी बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिलीं। छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और इससे सटे पूर्वी मध्य प्रदेश में तेज हवाओं के साथ व्यापक बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं हैं। पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल में भी कुछ स्थानों पर गर्जना के साथ बारिश रिकॉर्ड की गई।