Home एग्रीकल्चर मौसम भीषण चक्रवाती तूफान में तबदील हुआ अम्फान, बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी
भीषण चक्रवाती तूफान में तबदील हुआ अम्फान, बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी
भीषण चक्रवाती तूफान में तबदील हुआ अम्फान, बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी

भीषण चक्रवाती तूफान में तबदील हुआ अम्फान, बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान 'अम्फान' ने भीषण रूप ले लिया है तथा अगले कुछ घंटे में 'अत्यंत खतरनाक चक्रवाती तूफान' का रूप लेने वाला है। जिस कारण बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तटीय इलाकों में आंधी, तूफान के साथ ही तेज बारिश होने की संभावना है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है, साथ ही, इन राज्यों के तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अम्फान 12 घंटों में एक सुपर चक्रवात में बदलेगा। ये अभी उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में गति करेगा। 20 तारीख की दोपहर या शाम को ये दीघा/हातिया द्वीपों को बीच से पार करेगा। इस दौरान इसकी गति 155-165 किमी प्रति घंटा और गंभीर होने पर 185 किमी प्रति घंटा हो सकती है। चक्रवाती तूफान ‘अम्फान' ने सोमवार को बेहद विकराल रूप ले लिया और इसके चलते अब ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। इस चेतावनी के बाद राज्य सरकार 11 लाख लोगों को इन इलाकों से निकालने की तैयारी में जुट गई है।

भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात के कारण ओडिशा के उत्तरी हिस्सों के सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जैसे तटीय जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है खासकर 19 और 20 मई को।

मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार, यह चक्रवात ओडिशा के पारादीप से लगभग 870 किमी दक्षिण में केंद्रित है। इसे लेकर पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विज्ञानियों ने संभावना जताई है कि मंगलवार को बंगाल के तटीय जिलों में 60 से 65 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तूफान की रफ्तार बुधवार को बढ़कर 95 किमी तक हो सकती है, जिससे व्यापक क्षति का अंदेशा है। तूफान के जमीन की ओर बढ़ने के साथ समुद्र अशांत होने लगेगा। इसके मद्देनजर प्रशासन ने समुद्री इलाकों में रहने वाले लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर ले जाने का काम शुरू कर दिया है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सख्त हिदायत दी गई है।

ओडिशा के कई जिलों में आंधी-तूफान की आशंका

ओडिशा सरकार के विशेष राहत संगठन द्वारा झूमपुरा, क्योंझर, पटना, सहोनपाड़ा और चंपुआ ब्लॉक  और मयूरभंज जिले के सुकरौली, रारुआन और करजिया ब्लॉक में गरज के साथ-साथ आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की गई है। चक्रवात अम्फान के  मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अपनी 10 टीमों को ओडिशा और सात टीमों को पश्चिम बंगाल भेजा है।

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी

एनडीआरएफ ने ओडिशा के तटीय इलाके और आसपास के क्षेत्र में तूफान की चेतावनी दी है। यह चेतावनी दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बीते छह घंटों के दौरान कम दबाव के क्षेत्र के तेजी से चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के चलते दी गई है। सरकार ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वह 18 मई से लेकर समुद्र में या ओडिशा के समुद्री तटों पर न जाएं। पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की टीमें दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा और हुगली में और ओडिशा के पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर, जाजपुर, भद्रक और मयूरभंज में  तैनात हैं। तूफान के मद्देनजर एनडीआरएफ स्थिति की निगरानी कर रहा है और राज्यों और उनकी आपदा प्रबंधन टीमों और आईएमडी के साथ काम कर रहा है।