Home एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी जम्मू-कश्मीर के किसान भारत भूषण को मिलेगा नवोन्मेषी किसान पुरस्कार
जम्मू-कश्मीर के किसान भारत भूषण को मिलेगा नवोन्मेषी किसान पुरस्कार
जम्मू-कश्मीर के किसान भारत भूषण को मिलेगा नवोन्मेषी किसान पुरस्कार

जम्मू-कश्मीर के किसान भारत भूषण को मिलेगा नवोन्मेषी किसान पुरस्कार

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक दूरदराज गांव में रहने वाले 42 वर्षीय किसान भारत भूषण को प्रतिष्ठित नवोन्मेषी किसान पुरस्कार के लिए चुना गया है। नई दिल्ली में पूसा स्थित कृषि विज्ञान मेला 2020 के अंतिम दिन आज मंगलवार को उन्हें सम्मानित किया जाएगा।

यह पुरस्कार भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से दिया जाता है। भूषण जम्मू संभाग के डोडा जिले के खेलानी हमलेट गांव के रहने वाले हैं। उन्हें खुशबूदार पौधे लैवेंडर की व्यावसायिक खेती के लिए इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए चुना गया है। यह पहला मौका है, जब डोडा जिले के किसान को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।

इस समय करीब 500 कनाल जमीन पर लैवेंडर की कर रहे हैं खेती

भल्ला तहसील के खेलानी हमलेट गांव निवासी भारत भूषण गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) सूची में शामिल किसान थे। उनके पास दो कनाल (0.4 एकड़) जमीन थी। वह इसी जमीन पर सब्जियां उगा कर परिवार पालते थे। सब्जियों से उन्हें लगभग 15 हजार रुपये की कमाई होती थी। उन्होंने बताया कि सुगंधित पौधों की खेती शुरू करने के बाद हमने पट्टे पर अतिरिक्त भूमि ली और लैवेंडर उगाना शुरू किया। आज वह 500 कनाल जमीन पर लैवेंडर की खेती कर प्रति फसल तीन लाख रुपये अर्जित कर रहे हैं। इसका श्रेय वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली प्रेरणा को देते हैं।

2010 में मक्के से सुगंधित पौधे लैवेंडर की व्यावसायिक खेती शुरू की

भारत भूषण ने बताया कि 2010 में मैंने पारंपरिक मक्के की खेती से सुगंधित पौधे लैवेंडर की व्यावसायिक खेती के बारे में बात की तो साथियों ने मजाक उड़ाया। परिजनों ने भी इस बारे में रुचि नहीं दिखाई। बावजूद इसके मैंने जोखिम लेकर पौधे उगाए। जब उससे आय हुई तो मेरी हिम्मत बढ़ी। उनका कहना है कि रोपाई के लिए लैवेंडर के पौधे प्राप्त करना कठिन था। वह महंगे भी थे परंतु चार साल पहले जब लाइव वीडियो कांफ्रेंस में एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने का मौका मिला उसके बाद चीजें आसान हो गईं।

एजेंसी इनपुट