दिल्ली के उपभोक्ता खुदरा में बेशक 23 रुपये प्याज और 24 रुपये टमाटर खरीद रहे हो, लेकिन थोक में इनकी कीमतें घटकर नीचे में 75 पैसे प्रति किलो टमाटर और 2.50 रुपये प्रति किलो प्याज के दाम रह गए हैं। अत: कोरोना वायरस के कारण चले लॉकडाउन के साथ ही कीमतों की मार भी किसानों पर पड़ रही है तथा कीमतों में आई गिरावट से किसानों को लागत भी नहीं निकल रही है।
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार शनिवार को दिल्ली में प्याज का खुदरा भाव 23 रुपये और टमाटर का 24 रुपये प्रति किलो रहा। देहरादून में टमाटर 20 और प्याज 32 रुपये प्रति किलो बिका, जबकि हल्द्वानी में 24 रुपये प्रति किलो प्याज और 22 रुपये प्रति किलो टमाटर तथा पंचकूला में प्याज और टमाटर का भाव क्रमश: 25 और 30 रुपये प्रति किलो रहा।
होटल और रेस्त्रा बंद है, पड़ोसी राज्य की मांग में कमी आई है
दिल्ली की आजादपुर मंडी के सब्जी कारोबारी बलबीर सिंह के अनुसार होटल और रेस्त्रा बंद है, जबकि मंडी में कोरोना वायरस के कई पॉजिटिव केस पाने के बाद से पड़ोसी राज्यों की छोटी मंडियों से व्यापारी कम आ रहे हैं, जिस कारण टमाटर और प्याज की कीमतों में भारी गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि मार्च में मंडी में टमाटर 350 से 400 रुपये प्रति कैरेट (एक कैरेट 25 किलो) का भाव घटकर 50 से 75 रुपये प्रति कैरेट रह गया है। इसी तरह से प्याज का भाव घटकर मंडी में 2.50 से 9 रुपये प्रति किलो रह गया है जबकि पहली मई को भाव 10 से 14 रुपये प्रति किलो था। आजादपुर मंडी प्रशासन के अनुसार 22 मई मंडी में टमाटर का भाव घटकर 75 पैसे 5.25 रुपये प्रति किलो रह गया।
अप्रैल में सब्जी और फलों की आवक में आई भारी कमी
देशभर में चल रहे लॉकडान के कारण अप्रैल में आजादपुर मंडी में फल और सब्जियों की आवक में भारी कमी आई। लॉकडाउन की वजह से किसान मंडी में सब्जी और फल बेचने नहीं जा सके, जिस कारण उन्हें भारी नुकसान हुआ। मंडी प्रशासन के अनुसार अप्रैल 2020 में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले फलों की आवक 53 फीसदी घटकर 81,046 टन और सब्जियों की आवक 33.17 फीसदी घटकर 1,12,119.90 टन की ही हुई है।
6 घंटे में गाड़ी को खाली करना पड़ता, समय ज्यादा लगने पर लगता है जुर्माना
टमाटर के कारोबारी राजीव कुमार ने बताया कि 6 घंटे में गाड़ी को खाली करना पड़ता है, छह घंटे से अधिक गाड़ी खड़ी रहने पर जुर्माना किया जाता है। ऐसे में किसान गाड़ी को खाली करने के लिए टमाटर को औने-पौने दाम पर बेचकर चले जाते हैं। गर्मी बढ़ती जा रही है, टमाटर को ज्यादा दिनों तक नहीं रखा जा सकता तथा जुर्माने की रकम भी बहुत ज्यादा है। अगर समय पर गाड़ी खाली नहीं होती तो 5ए000 का चालान कर दिया जाता है। इसकी वजह से किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है।