केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने बुधवार को कहा कि लॉकडाउन के दौरान भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने 31 मार्च तक 8.39 लाख टन खाद्यान्न देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाया है।
पासवान ने ट्वीट के जरिए कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के उपाय के तौर पर किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान 24 मार्च से 31 मार्च तक भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने 299 रेल रेक के जरिए कुल 8.39 लाख टन खाद्यान्न देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाया है। लॉकडाउन के दौरान देश सार्वजनिक विरतण प्रणाली (पीडीएस) के तहत खाद्यान्नों का नियमित वितरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने विशेष व्यवस्था की है। एफसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस न्यूज एजेंसी को बताया कि निगम के मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जो चैबीसों घंटे काम कर रहा है।
पीडीएस के प्रत्येक लाभार्थी को तीन महीने तक अतिरिक्त दिया जा रहा है पांच किलो अनाज
केंद्र सरकार ने पीडीएस के प्रत्येक लाभार्थी को तीन महीने तक पांच किलो अनाज (गेहूं या चावल) हर महीने मुफ्त देने का एलान किया है जोकि लाभार्थियों को सस्ते दर पर हर महीने मिल रहे अनाज के अतिरिक्त होगा। ऐसे में पीडीएस के तहत वितरण के लिए अनाज की जरूरत बढ़ जाने के कारण एफसीआई लगातार देश के विभिन्न हिस्सों में अनाज पहुंचा रहा है।
पीडीएस लाभार्थियों को हर महीने एक किलो दाल भी दी जा रही है
उन्होंने बताया कि देश के हर जिले में पीडीएस के तहत अनाज वितरण के लिए आवश्यक अनाज का कम से कम तीन से चार महीने का स्टॉक गोदामों में पहले से ही रखा जाता है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में कहीं खाद्यान्न की कमी न हो इसके लिए जिला और जोनल स्तर के निगम अधिकारी व कर्मचारी लगातार काम में जुटे हैं। केंद्र सरकार ने पीडीएस के लाभार्थियों के हर परिवार को हर महीने एक किलो दाल भी तीन महीने तक मुफ्त देने की घोषणा की है, जिसकी आपूर्ति राज्यों को नैफेड द्वारा की जा रही है।
एजेंसी इनपुट