लॉकडाउन के कारण अतिरिक्त अनाज की आपूर्ति सूनिश्चित करने के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने पूरे देश में गेहूं और चावल की सप्लाई बढ़ा दी है। एफसीआई देशभर के विभिन्न राज्यों में 11.48 लाख टन खाद्यान्न पहुंचा चुका है।
खाद्य मंत्रालय के अनुसार एफसीआई राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत लाभार्थियों को हर महीने दिए जाने वाले के अतिरिक्त पांच किलो गेहूं या चावल के साथ ही खाद्यान्न की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारतीय खाद्य निगम के पास खाद्यान्न का 564 लाख टन का स्टॉक है, जिसमें 305.4 लाख टन चावल और 258.6 लाख टन गेहूं है। केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक तय मात्रा बफर के मुकाबले कई गुना ज्यादा है।
निगम के मुख्यालय में स्थित नियंत्रण कक्ष चैबीसों घंटे काम कर रहा है
लॉकडाउन का समय होने के कारण यह समय काफी चुनौतीपूर्ण है, ऐसे समय में एफसीआई ज्यादातर रेल द्वारा पूरे देश में गेहूं और चावल की आपूर्ति की गति बढ़ाकर खाद्यान्न की बढ़ती मांग को पूरा करने में सक्षम है। दो अप्रैल को कुल 58 रेक यानि 1.62 लाख टन खाद्यान्न की आपूर्ति की गई जबकि लॉकडाउन के समय यानि 24 मार्च से अभी तक 410 रैकों के माध्यम से पूरे देश में 11.48 लाख टन खाद्यान्न की सप्लाई की गई है। लॉकडाउन के दौरान देश में सार्वजनिक विरतण प्रणाली (पीडीएस) के तहत खाद्यान्नों का नियमित वितरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने विशेष व्यवस्था की है। निगम के मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जो चाैबीसों घंटे काम कर रहा है।
पीडीएस के प्रत्येक लाभार्थी को तीन महीने तक अतिरिक्त दिया जा रहा है पांच किलो मुफ्त अनाज
केंद्र सरकार ने पीडीएस के प्रत्येक लाभार्थी को तीन महीने तक पांच किलो अनाज (गेहूं या चावल) हर महीने मुफ्त देने का ऐलान किया है जोकि लाभार्थियों को सस्ते दर पर हर महीने मिल रहे अनाज के अतिरिक्त है। ऐसे में पीडीएस के तहत वितरण के लिए अनाज की जरूरत बढ़ जाने के कारण एफसीआई लगातार देश के विभिन्न हिस्सों में अनाज पहुंचा रहा है।