Home एग्रीकल्चर एग्री बिजनेस लॉकडाउन के कारण नासिक के प्याज किसान को नुकसान, सरकार से मदद की गुहार
लॉकडाउन के कारण नासिक के प्याज किसान को नुकसान, सरकार से मदद की गुहार
लॉकडाउन के कारण नासिक के प्याज किसान को नुकसान, सरकार से मदद की गुहार

लॉकडाउन के कारण नासिक के प्याज किसान को नुकसान, सरकार से मदद की गुहार

कोरोना वायरस के कारण देशभर में चल रहे लॉकडाउन का असर प्याज किसानों पर भी पड़ रहा है। लॉकडाउन के कारण ग्राहक नहीं आ रहे हैं, जिससे प्याज किसानों को फसल बेचने में परेशानी आ रही है, इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसलिए किसानों ने राज्य सरकार से मदद करने की मांग की है।

नासिक के प्याज किसान संतोष नवाले ने बताया कि मार्किट कमेटी ने प्याज को बोरियों में भरकर लाने के लिए कहा है, जबकि पैकिंग और परिवहन आदि को मिलाकर मजदूरी खर्च करीब 100 रुपये प्रति क्विंटल अल से हो जाता है। उन्होंने कहा कि मंडी में प्याज के दाम घटकर 500 से 600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए है, उपर से यह खर्च अलग से आयेगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण मंडियों में प्याज के खरीददार नहीं आ रहें है, जिस कारण दाम पहले ही गिर गए हैं। उन्होंने बताया कि मानसूनी सीजन शुरू होने वाला है जबकि अधिकांश किसानों के पास भंडारण के लिए जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरेाना वायरस लॉकडाउन के कारण नासिक के प्‍याज किसानों के आगे वित्‍तीय संकट खडा हो गया है।

राज्य सरकार प्याज की खरीद करे

प्याज किसानों का कहना है कि खुदाई, पैकिंग और परिवहन के लिए मजदूर मिल नहीं रहे है, ऐसे में राज्य सरकार ने हमारी मदद नहीं की तो आने वाले दिनों में समस्या और अधिक बढ़ जायेंगी। किसानों ने मांग की है कि सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए, साथ ही राज्य सरकार प्याज की खरीद करे, जिससे हमारे नुकसान की कुछ भरपाई हो सके। थोक बाजार के प्याज व्यापारियों के अनुसार प्याज किसानों को उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल रहा है। मंडी में प्याज की दैनिक आवक ज्यादा है, जबकि इसकी तुलना में खरीदार नहीं आ रहे हैं, इसलिए कीमतें घट रही है जिस कारण किसानों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक खरीदार नहीं आते तब तक हम भी उनकी कोई मदद नहीं कर सकते।

उत्पादक राज्यों की मंडियों में प्याज की कीमतें नीचे

राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के अनुसार 2 अप्रैल को महाराष्ट्र की पीपलगांव मंडी में प्याज के भाव 250 से 850 रुपये प्रति क्विंटल रहे जबकि दैनिक आवक 23,420 क्विंटल की हुई। नासिक मंडी में प्याज के भाव 450 से 1,050 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा आवक 3,341 टन की हुई। महाराष्ट्र की कोल्हापुर मंडी में प्याज के भाव 400 से 1,200 रुपये और कर्नाटक की दावणगेरे मंडी में 200 से 1,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे। गुजरात की राजकोट मंडी में इस दौरान प्याज का भाव 250 से 750 रुपये प्रति क्विंटल रहा। दिल्ली की आजादपुर मंडी में प्याज के थोक दाम दो अप्रैल को 4.50 से 11.25 रुपये प्रति किलो रहे।