कपड़ा मंत्रालय ने महाराष्ट्र में किसानों को आश्वस्त किया है कि कॉटन कारर्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) कोरोना वायरस के कारण चले रहे लॉकडान के दौरान भी राज्य से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कपास की खरीद जारी रखेगी।
मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा समय में राज्य की मंडियों से एमएसपी पर कपास की खरीद की जा रही है। सीसीआई के द्वारा महाराष्ट्र के 34 केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर कपास की खरीद का काम जारी है। मंत्रालय ने यह बयान इन चिंताओं के बीच दिया है कि महामारी के कारण किसानों कपास का उचित मूल्य, एमएसपी नहीं मिल पायेगा तथा व्यापारी किसानों से कपास की खरीद नीचे दाम पर करेंगे।
कुल उत्पादन की लगभग 77.40 फीसदी कपास पहले ही मंडियों में आ चुकी
मंत्रालय ने कहा कि कॉटन कारर्पोरेशन आफ इंडिया अपने एजेंट महाराष्ट्र राज्य कपास उत्पादक विपणन महासंघ के साथ राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मंत्रालय द्वारा यह आश्वासन, महाराष्ट्र में कृषि उपज बाजार समितियों (एपीएमसी) में कपास बेचने में किसानों को हो रही समस्याओं के बारे में मीडिया रिपोर्टों के बाद आया है। मंत्रालय ने कहा कि कपड़ा मंत्रालय ने कपास बेचने के लिए एपीएमसी में उचित व्यवस्था करने के लिए महाराष्ट्र सरकार को एक परामर्श भी जारी किया है। महाराष्ट्र में कुल उत्पादन की लगभग 77.40 फीसदी कपास पहले ही मंडियों में आ चुकी थी जिसे राज्य के किसानों द्वारा 25 मार्च तक बेचा गया था। सीसीआई ने 91.69 लाख क्विंटल (18.66 लाख गांठ), (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद की है। मंत्रालय ने कहा कि 4,995 करोड़ रुपये के कुल खरीद में से 4,987 करोड़ रुपये किसानों को मिल चुके हैं।
एजेंसी इनपुट